जूस के डिब्बे चुराने पर 2 भारतीयों को परदेस में हुई जेल, लगा 28 लाख रुपए का जुर्माना जानकारी के मुताबिक़ रोहित को ऐसी कोई बीमारी नहीं थी जिसकी वजह से उनकी जान चली जाए इसके बावजूद अचानक हुई उनकी मौत कई सवाल खड़े करती है जिसका खुलासा पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट के आने के बाद ही हो पाएगा। आपको बता दें कि नारायण दत्त तिवारी का बेटा कहलाने के लिए रोहित शेखर को लंबे समय तक कानूनी संघर्ष करना पड़ा था, इसके बाद ही ये साबित हुआ था कि वो एन डी तिवारी के बेटे हैं।
दरअसल रोहित तिवारी ने साल 2008 में कोर्ट मुकदमा दायर करके कहा था कि एनडी तिवारी उनके जैविक पिता हैं। हालांकि शुरुआत में ज्यादातर लोगों को इस बात पर यकीन नहीं हुआ लेकिन बाद में जब कोर्ट ने डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया तब जाकर पहेली सुलझ पाई।
आपको बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद सबसे पहले एनडी तिवारी ने DNA Test के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था लेकिन बाद में उन्होंने इसके लिए हामी भर दी थी। आपको बता दें कि साल 2012 में दिल्ली हाईकोर्ट ने इस टेस्ट का रिजल्ट बताते हुए रोहित शेखर को नारायण दत्त तिवारी का बेटा बताया था।
ऊंचाई से नीचे गिरा युवक और सिर में घुस गया सरिया, लेकिन फिर भी था होश में और फिर… रोहित की मां ने बेटे की मौत पर कही बड़ी बात आपको बता दें कि रोहित शेखर की मां ने मीडिया से बात करते हुए ये बताया है कि उनके बेटे की मौत पूरी तरह से नैचुरल है लेकिन वो अवसाद में हुई, और उसके पीछे कौन लोग हैं, ये मैं जरूर बताऊंगी। रोहित की मां के इस बयान के सामने आने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं इस मौत की असली वजह कुछ और तो नहीं है। रोहित की मौत से जुड़े कारणों का खुलासा अब
postmortem report में ही होगा।