यदि आपका बिजनेस नया है तो यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने एम्पलॉई के ट्रेनिंग प्रोग्राम को डेली रिव्यू करें। वहीं एम्प्लॉई को जो रेग्यूलर ट्रेनिंग दी गई है उसमें कुछ बदलाव करें। हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू के अनुसार प्रतिदिन कस्टमर सर्विस से जुड़े एम्पलाई में अपने टास्क को लेकर प्रतिदिन 47 प्रतिशत तक की गिरावट आती है। इसका प्रमुख कारण एक निश्चित समय तक एक निश्चित मॉड्यूल में काम करना। इसलिए ऐसे ट्रेनिंग प्रोग्राम को अट्रेक्टिव बनाने के लिए उसे कई हिस्सों में डिवाइड करें। एम्प्लाई को निरंतर रेस्ट दें और उसे प्रत्येक दो-तीन दिन में किसी दूसरे कार्य के लिए असाइन करें, ताकि जिससे कि उसे निरंतरता का अहसास ना हो।
जब आप एम्प्लॉई को किसी नए प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में जानकारी देते हैं तो उनके सुझावों को ध्यान से सुनें। उन्हें प्रोत्साहित करें और उनके आइडिया को भी ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनाएं। प्रेक्टिस सेशन के दौरान रेग्यूलर ट्रेनिंग एक्टिविटी के साथ प्रोडक्ट या सर्विस से जुड़ी स्टोरीज या इंटरेस्टिंग फैक्ट्स को उनके साथ शेयर करें, ताकि वे प्रोडक्ट के बारे में कस्टमर से बातचीत के दौरान स्वयं से भी कनेक्ट हो सकें। इसके अलावा उन्हें कोई लंबा टास्क देने के स्थान छोटे—छोटे मॉड्यूल दें। ट्रेनिंग प्रोग्राम और कस्टमर से बातचीत सभी के बारे में प्रतिदिन एम्प्लॉई से फीडबैक लें। कस्टमर ने क्या कहा और उसकी प्रोडक्ट या सर्विस को लेकर सही राय क्या है यह सभी एम्प्लॉई ईमानदारी से आपको बताएं इसका प्रयास करें।
अधिकतर बिजनेस हाउस एम्प्लॉई के लिए प्रतिदिन या महीने के अनुसार टारगेट तय करते हैं लेकिन यह वक्त जो कि सभी बिजनेस या एम्प्लॉई के लिए चुनौतीभरा है। ऐसे में कंपनियों को चाहिए कि वे एम्प्लॉई के साथ नरमी से पेश आए। विशेष रूप से एम्प्लॉई को टारगेट देने से बचें। इससे कि वह बिना किसी तनाव के कार्य कर सके। वहीं ऑफिस में लगाई जाने वाली सामान्य बंदिशों से भी उन्हें मुक्त रखें। कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने वाले एम्प्लॉई के व्यवहार पर रिसर्च करने वाली अमरीकन संस्था के अनुसार यह लाभकारी स्टेप नहीं होता है। स्मॉर्टफोन पर पाबंदी एम्प्लॉई की एकाग्रता को नहीं बढ़ा सकती है।