पुणे में फंसी थीं 32 कश्मीरी लड़कियां, दिलेर सिख युवकों ने ऐसे की मदद
शख्स की परेशानी का पता वहां के विकास अधिकारी अमित प्रकाश यादव को चला। सारी जानकारी लेने के बाद वे अस्पताल पहुंचे उनके साथ उनकी पत्नी चित्रा भी थीं। दोनों ने पीड़ित शख्स को सांत्वना दी और बच्ची को गोद लेने की पेशकश की। मजबूर पिता ने दम्पति की बात पर सहमति जताई।
इसके बाद दम्पति ने नवजात को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की। गौरतलब है कि अमित और चित्रा का एक डेढ़ साल का बेटा भी है। उन्होंने बच्ची को माही नाम दिया है। इस घटना से पता चलता है कि दुनिया में अभी भी अच्छे लोग हैं जो इंसानियत को ज़िंदा रखने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।