World Menopause Day : जागरूकता का एक कदम
18 अक्टूबर World Menopause Day : महिलाओं के लिए एक खास दिनहर साल 18 अक्टूबर को विश्व रजोनिवृत्ति (World Menopause Day) दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं में मेनोपॉज के प्रति जागरूकता फैलाना और इस दौरान होने वाली शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक समस्याओं का समाधान खोजना है। इस दिन, विभिन्न संगठनों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, ताकि महिलाएं इस दौर को समझ सकें और उसके प्रभाव को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकें।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी: राहत का एक उपाय Hormone Replacement Therapy: A Measure of Relief
एचआरटी: एक प्रभावी समाधानडॉ. तृप्ति रहेजा ने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) के महत्व पर जोर दिया है। यह थेरेपी उन हार्मोनों को प्रतिस्थापित करने का कार्य करती है, जो रजोनिवृत्ति (Menopause) के दौरान शरीर में कम होने लगते हैं। एचआरटी से हॉट फ्लैश, रात में पसीना आना और मूड स्विंग्स जैसी समस्याओं में कमी आ सकती है। इसके अलावा, यह हड्डियों की डेंसिटी को बनाए रखने में मदद करता है और हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।
चिकित्सकों की सलाह: साइड इफेक्ट्स पर ध्यान दें
फायदे और जोखिमहालांकि एचआरटी कई लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसके संभावित साइड इफेक्ट्स के बारे में जागरूक रहना भी आवश्यक है। रक्त के थक्के, स्ट्रोक, और कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा इसके संभावित दुष्प्रभावों में शामिल हो सकते हैं। इसलिए, डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जिनका हृदय रोग का इतिहास रहा हो।
लेजर थेरेपी और पीआरपी: आधुनिक उपचार विकल्प Laser Therapy and PRP: Modern Treatment Options
नवीनतम उपचार विधियांवरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गरिमा साहनी ने लेजर थेरेपी और प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने एक केस स्टडी साझा की, जिसमें एक महिला ने सर्जिकल मेनोपॉज (Menopause) के बाद गंभीर समस्याओं का सामना किया। डॉ. साहनी के अनुसार, लेजर थेरेपी और पीआरपी के संयोजन से मरीज को काफी राहत मिली है, जो एक सकारात्मक संकेत है कि कैसे नवीनतम चिकित्सा तकनीकें महिलाओं के जीवन में सुधार ला सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: एक नई चुनौती Impact on mental health: A new challenge
अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएंजर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, मेनोपॉज (Menopause) के दौरान शरीर में हार्मोन के स्तर में बदलाव अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। महिलाओं को चिड़चिड़ापन, तनाव, और नींद की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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