लहसून खाने के 5 अद्भूत फायदे: 5 Benefits of Eating Garlic in Winter
डायबिटीज में फायदेमंद लहसून लहसुन (Benefits of Eating Garlic in Winter) का उपयोग मधुमेह के मरीजों में रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने और सामान्यतः रक्त में शर्करा को कम करने के लिए किया जाता है। यदि मधुमेह के रोगी लगातार तीन महीने तक लहसुन का सेवन करते हैं, तो यह उनकी स्थिति में सुधार करने में सहायक हो सकता है। खून साफ करने में फायदेमंद लहसून यदि आप प्रतिदिन सुबह कच्चे लहसुन (Benefits of Eating Garlic in Winter)की 2 कलियाँ गुनगुने पानी के साथ लेते हैं, तो यह आपके खून को शुद्ध कर कुछ ही दिनों में आपके दाग-धब्बों को कम कर देगा। इसके साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
दिल की बीमारियों में फायदेमंद लहसून लहसून में एल्लीसिन पाया जाता है, जो एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है। यदि आप रोजाना लहसुन का सेवन करते हैं (चाहे कच्चा हो या भोजन के साथ), तो यह आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है, क्योंकि इसमें। इसके अतिरिक्त, यह आपके रक्त शर्करा और रक्त दबाव को भी नियंत्रित करता है।
प्रोस्टेट कैंसर में फायदेमंद लहसून जो पुरुष रोजाना लहसुन का सेवन करते है उनमें 50% तक प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। साथ ही लहसुन प्रोस्टेट कैंसर को विकसित होने से भी रोकता है। शुरुआती शोधों से पता चलता है कि लहसुन की निश्चित खुराक लेने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है या प्रोस्टेट कैंसर से जुड़े लक्षणों को कम किया जा सकता है।
सर्दी खाँसी में फायदेमंद लहसून प्रतिदिन 2-3 कच्ची लहसुन (Benefits of Eating Garlic in Winter) की कलियाँ खाने, पकी हुई लहसुन का सेवन करने या लहसुन की चाय (शहद और अदरक के साथ) पीने से न केवल बंद नाक और सर्दी में राहत मिलती है, बल्कि यह हमारे शरीर की इम्युनिटी को भी मजबूत करता है, जो इन बीमारियों से लड़ने में सहायक होती है। जो लोग ऐसे वातावरण में रहते हैं जहां संक्रमण और बीमारियों का खतरा अधिक होता है, उनके लिए लहसुन एक उत्कृष्ट विकल्प है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।