स्ट्रेस बेली इसके नाम से हमें पता चल जाता है कि ये ज्यादा स्ट्रेस के कारण का परिणाम है। यह ज्यादातर कोर्टिसोल के बढ़ने पर तेजी से फैलता है यह पैदा या उत्पन्न भी तभी होता है जब व्यक्ति बहुत ही ज्यादा मानसिक तनाव से घिरा हुआ होता है। इसलिए स्ट्रेस जितना हो सके उतना कम लेना चाहिए। स्ट्रेस से बचने का एक तरीका ये भी है कि आप अपनी बात दूसरों के साथ शेयर कर सकते हैं। जिससे आपको कुछ हल्का महसूस होगा। स्ट्रेस के ज्यादा लेने से ये बेली में जाकर एकत्रित होता जाता है। जिससे व्यक्ति मोटापे के प्रति बहुत सवेदनशील होता जाता है।
यदि आप रोज सुबह उठकर टहलने जाएं या योगासन करें तो इससे आप रिलैक्स भी फील करेंगे और साथ ही साथ आपका मोटापा भी कम हो जाएगा। स्ट्रेस से बचने के लिए आप ज्यादा सोएं और लोगों से जितनी हो सके बात-चीत करते रहें।
जब आपके हार्मोन्स इम्बैलेंस यानी असंतुलित हो जाते हैं तो इससे भी बेली बढ़ने लगती है। हाइपरथायरायडिज्म से लेकर के पीसीओएस तक कई सारे हार्मोन्स जब असंतुलित हो जाते हैं या उनमें कोई परिवर्तन होने लगता है तब बेली के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। वजन के साथ- साथ ये पेट के अतिरिक्त चर्बी को भी बढ़ा देता है।
सबसे बेहतर तरीका इससे छुटकारा पाने का यही है की हार्मोन्स को बैलेंस रखने की कोशिश करें। कोल्ड कॉफ़ी, कोल्ड ड्रिंक्स ये सब जो चीजें हैं जिनमे बहुत मिठास होती है उनको ज्यादा ना खाएं। फल खा सकते या मौसमी फल भी बहुत फायेमंद होते हैं जैसे की तरबूज,खरबूज, खीरा,ककड़ी आदि। इसके अलावा आप एवोकाडो, मछली, नट्स भी खा सकते हैं। सुबह जल्दी उठकर टहलना या एक्सरसाइज करना ना भूलें। यदि फिर भी हार्मोन्स कंट्रोल में नहीं हो रहे हों तो डॉक्टर को दिखाना ना भूलें।
जब किसी भी व्यक्ति का ऊपर का शरीर नीचे के शरीर की तुलना में पतला होता है तो उसे लो बेली के रूप में जाना जाता है। यह अधिकतर तभी होता है जब व्यक्ति बहुत आलसी हो या वो ज्यादा चाल-फेर ना करता हो। लो बेली के होने से व्यक्ति को पाचन संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं।
सबसे पहले तो दिनभर में कम से कम 9 से 10 गिलास पानी पियें। और अपने खाने में हरी सब्जियों का यूज़ जितना हो सके उतना करें जैसे कि पालक,बथुआ, मेथी आदि। रोज एक्सरसाइज भी करें ताकि ये पेट के हिस्से में मोटापे को
कम करदे।
यदि आप बाहर का जंक फ़ूड ज्यादा खाने लगते हैं तो आपकी बेली ब्लोटिंग हो जाती है यानी ये फूला सा पेट दिखाई देने लगता है। एसिडिटी और अपच के कारण भी हो सकती है।
पेट को यदि फूलने से बचाना है तो नियमित रूप से टहले और व्यायाम करें। घर में बना हुआ खाना खाएं और बाहर के अधिक तेल-मसाले वाले खाने से बचें। इसके इलावा खूब सारा पानी भी पियें।