किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के उपाय
1. व्यायाम करें :
व्यायाम कई किडनी रोग जोखिम कारकों कंट्रोल में रखने में मदद करता है। एक नियमित व्यायाम दिनचर्या आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने, मधुमेह और हृदय रोग को रोकने और रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करेगी। व्यायाम न सिर्फ आपकी किडनी को मजबूत रखने में मदद कर सकता है बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को हेल्दी बनाए रख सकता है।2. पर्याप्त जल का सेवन करें :
किडनी का कार्य होता है कि रक्त से हानिकारक पदार्थों को अलग करके शरीर से बाहर निकाले। किडनी हानिकारक पदार्थों को छान कर यूरीन के रूप में शरीर से बाहर निकालती है। ये मूत्र या यूरीन पानी से मिलकर बना होता है। किडनी अपने कार्य को सुचारु रूप से कर पाए और शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालती रहे इसके लिए जरूरी है कि हम अपने शरीर में पर्याप्त जल के सेवन के स्तर को बनाए रखें। प्रतिदिन डेढ़ से दो लीटर पानी का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसी के साथ साथ हमें अपनी नींद को भी पूरा करना जरूरी है।3. पेशाब नही रोकना चाहिए :
हमें पेशाब नहीं रोकना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से मूत्राशय काफी देर तक भरा रहता है और उसे रोकने की वजह से किडनी को नुकसान पहुंचता है। इसलिए जब भी आपको पेशाब आये, तुरंत जाना चाहिए।4. बीज वाले पदार्थों का सेवन करने से बचें :
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए उन पदार्थों को खाने से बचना चाहिए जिनमें बीज होता है। कोशिश करें कि बीज से भरपूर पदार्थों का सेवन एक नियमित मात्रा में ही करें। किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी की समस्या से बचने के लिए पालक तथा टमाटर के सेवन को कम करें।5. उचित चीजें खाएं :
डायबिटीज और हाई बीपी के चलते किडनी संबंधी बीमारियां होती हैं। इसके लिए अपनी खानपान पर विशेष ध्यान दें। नमक सीमित मात्रा में खाएं। लो कोलेस्ट्रॉल फूड्स का सेवन करें। इनसे ब्लड शुगर और हाई बीपी कंट्रोल में रहता है।6. दवाइयों के अधिक सेवन से बचें :
अगर आप किसी बीमारी से बचाव के लिए दवा ले रहे हैं, तो उचित मात्रा में ही लें। डॉक्टर के द्वारा लिखित निर्धारित दवाइयां ही लें और उन दवाओं से बचें जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है। ज्यादा दवाइयों का सेवन करने से किडनी के स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ सकता है। इसी के साथ साथ शरीर में यूरिक एसिड का बैलेंस भी बिगड़ सकता है। इसलिए ये जरूरी है कि हम अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए अच्छी दिनचर्या और खान पान का चुनाव करें बजाय इसके कि हम दवाइयों का अधिक सेवन करें।