अपनी डेली डाइट में शामिल कर लीजिए इन चीजों को हमेशा मजबूत बनी रहेगी हड्डियों
Vitamin D का शरीर के लिए बहुत महत्व है। यह निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है: हड्डियों को मजबूत रखता है:
Vitamin D कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण में मदद करता है, जो हड्डियों के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है:
Vitamin D प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी से सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करता है:
Vitamin D कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी से कोलन कैंसर, स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
हृदय रोग के जोखिम को कम करता है:
Vitamin D रक्तचाप को कम करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज के जोखिम को कम करता है:
Vitamin D इंसुलिन के उत्पादन और कार्य को बढ़ावा दे सकता है। यह डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
असहायता और अवसाद के लक्षणों को कम करता है:
Vitamin D मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ा सकता है, जो एक मूड-नियमन न्यूरोट्रांसमीटर है। यह असहायता और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
सूरज से Vitamin D प्राप्त करने के लिए, हर दिन लगभग 15-20 मिनट के लिए धूप में बैठें। आप अपने चेहरे, हाथ और बाहों को धूप में बैठने के लिए उघाड़ कर रख सकते हैं। आपको धूप में बैठते समय सनस्क्रीन लगाना चाहिए ताकि आपकी त्वचा को नुकसान न पहुंचे।
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Vitamin D एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। सूरज से विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे अच्छा समय सुबह और शाम को होता है, जब सूरज की किरणें कमजोर होती हैं। आप हर दिन लगभग 15-20 मिनट के लिए धूप में बैठकर और अपने चेहरे, हाथ और बाहों को धूप में उघाड़ कर रखकर विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।