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जालोर

प्रदेश में दूसरे पायदान पर जालोर, बढ़ रही बेटियों के प्रति चाह

PCPNDT Act
– जिले में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा, बढ़ा लिंगानुपात, प्रति हजार बेटों के मुकाबले 984 बेटियों ने लिया जन्म

जालोरOct 28, 2022 / 05:50 pm

Gajendrasingh Dahiya

प्रदेश में दूसरे पायदान पर जालोर, बढ़ रही बेटियों के प्रति चाह

प्रदेश में दूसरे पायदान पर जालोर, बढ़ रही बेटियों के प्रति चाह

जालोर. आज के दौर में हर क्षेत्र में बेटियां अपना परचम लहरा रहीं हैं। खेलकूद, तकनीक, विज्ञान, पढ़ाई हो या फिर सीमा पर देश की रक्षा, बेटियां हमेशा आगे हैं। जिले में इसी सोच के चलते अब बेटियों के प्रति भी माता-पिता की चाह बढऩे लगी है। यह इसी का नतीजा है इस साल वर्ष 2021-22 में जिले में लिंगानुपात (प्रति हजार बेटों पर बेटियों की संख्या) ने दस साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। जहां वर्ष 2011-12 में जिले में प्रति हजार बेटों पर 872 बेटियों ने जन्म लिया था, वहीं इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 984 तक पहुंच गया है। यही नहीं लिंगानुपात के इस आंकड़े के साथ ही जालोर जिला प्रदेश में दूसरे पायदान पर पहुंच चुका है जो जिले के लिए गर्व की बात है।
बीते दस साल में जिले में लिंगानुपात

वर्ष लिंगानुपात

2011-12 ……… 872

2012-13 ……… 893

2013-14 ……… 912

2014-15 ……… 939

2015-16 ……… 940

2016-17 ……… 981
2017-18 ……… 950

2018-19 ……… 974

2019-20 ……… 953

2020-21 ……… 972

2021-22 ……… 984

सरकार चला रही मुखबिर योजना

गौरतलब है कि प्रदेश भर में अवैध भ्रूण ***** जांच करने वाले केंद्रों पर अंकुश लगाने को लेकर सरकार की ओर से मुखबिर योजना भी चलाई जा रही है। इस योजना के तहत ऐसे अवैध जांच केंद्रों या व्यक्तियों की सही जानकारी देने पर मुखबिर योजना के तहत 3 लाख रुपए तक का इनाम दिया जाता है। इसमें एक लाख मुखबिर को, डेढ़ लाख गर्भवती महिला व पचास हजार रुपए गर्भवती के सहयोगी को तीन किश्तों में दिए जाते हैं।
दस साल पहले ये पांच जिले थे अव्वल

बीते दस साल की बात करें तो प्रदेश के पांच जिले लिंगानुपात के मामले में अव्वल थे। इनमें जालोर का कहीं भी नाम नहीं था। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले डूंगरपुर में 994, राजसमंद में 990, पाली में 987, बांसवाड़ा में 980 व भीलवाड़ा में 973 लिंगानुपात था। जबकि सबसे कम धौलपुर में 846, जैसलमेर में 852, करौली में 861, भरतपुर में 880 व गंगानगर में 887 लिंगानुपात था।
यहां दे सकते हैं सूचना

भ्रूण ***** जांच के संबंध में कोई भी व्यक्ति वॉट्सएप नंबर 9799997795, ई-मेल पीसीपीएनडीटी डॉट ब्यूरो एट द रेट जीमेल डॉट कॉम पर, टोल फ्री नंबर 104/108 पर कॉल कर सकते हैं। वहीं इसके तहत मुखबिर की पहचान भी गोपनीय रखी जाती है।
बढ़ा है लिंगानुपात

बीते दस साल के मुकाबले वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक लिंगानुपात बढ़कर 984 तक पहुंचा है। प्रदेश में लिंगानुपात के मामले में जालोर दूसरे नंबर पर है।

– शंकर सुथार, समन्वयक, पीसीपीएनडीटी, जालोर

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