नींद का पूरा होना सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। वहीं यदि नींद को आप स्ट्रेस की वजह से नहीं ले पा रहें हैं तो ये डिप्रेशन का कारण भी बन सकती है। क्योंकि सोएंगें नहीं तो और ज्यादा सोचेंगें,वहीं ज्यादा सोचना किसी भी चीज के बारे में अच्छा नहीं होता है। वहीं यदि ज्यादा समय तक नींद को न पूरी की जाए तो आप बीमार हो सकते हैं और ये एक प्रकार से इनसोम्निया का कारण भी बन सकता है।
क्या आपको ये बात पता है कि बहुत से लोगों में स्ट्रेस के कारण फेफड़े भी प्रभावित होते हैं। क्योंकि इससे हमारे डायाग्राम में स्ट्रेस स्टोर होना शरू होता जाता है। जिससे कि एकदम से तनाव ज्यादा बढ़ जाता है। तनाव के कारण कई बार सांस की गति तेजी से बढ़ना शरू हो जाती है। वहीं फेफड़ों में भी संकुचन बढ़ने लगता है।
बहुत बार ऐसा होता है कि जब भी आप किसी भी चीज़ को ज्यादा सोंचते हैं तो एकदम से सिर में दर्द होना शुरू हो जाता है। क्यों कि बहुत अधिक सोचने से दिमाग अपने नियंत्रण को खोने लगता है, जिससे कि दिमाग की नसों पर दबाव पड़ता है। इसके कारण ही आपके सिर में दर्द होने की समस्या उतपन्न होती है।
जब भी आपको किसी काम का ज्यादा स्ट्रेस होता है तो वहीं आप खुद के ऊपर काफी बर्डन जैसा महसूस करने लगते हैं। इसका असर आपके कंधे और मांसपेशियों में भी पड़ता है। क्योंकि जरूरत से ज्यादा तनाव लेने पर बॉडी नैचुरली तरीके से ही रिस्पांस करने लगती है। जिसका असर बॉडी के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल सकता है।