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श्वसन सिंकाइटियल वायरस: बच्चों में गंभीर मामलों का राज़ उजागर

हाल ही में ब्रिघम और बोस्टन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में यह बताया है कि बच्चों में गंभीर श्वसन सिंकाइटियल वायरस (RSV) के मामलों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण संकेतों की पहचान की गई है।

जयपुरOct 12, 2024 / 05:40 pm

Manoj Kumar

Respiratory Syncytial Virus: Uncovering the Mystery Behind Severe Cases in Children

Respiratory Syncytial Virus: Uncovering the Mystery Behind Severe Cases in Children

Respiratory Syncytial Virus : हाल ही में ब्रिघम और बोस्टन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में यह बताया है कि बच्चों में गंभीर श्वसन सिंकाइटियल वायरस (RSV) के मामलों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण संकेतों की पहचान की गई है। यह वायरस छोटे बच्चों में श्वसन संबंधी जटिलताओं का प्रमुख कारण है, जिसके चलते हर साल हजारों बच्चे अस्पताल में भर्ती होते हैं।

प्राकृतिक किलर (NK) कोशिकाओं की भूमिका

शोध में पाया गया है कि गंभीर Respiratory Syncytial Virus के मामलों वाले बच्चों की वायुमार्ग में प्राकृतिक किलर (NK) कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है। ये कोशिकाएं वायरल संक्रमण के दौरान महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया करने वाली कोशिकाएं हैं, लेकिन ये फेफड़ों में सूजन को भी बढ़ा सकती हैं।
ब्रिघम और विमेन्स हॉस्पिटल की मेलोड़ी जी डुवॉल ने कहा, “हमारे निष्कर्ष COVID-19 के कुछ अध्ययनों के साथ मेल खाते हैं, जिनमें यह पाया गया कि गंभीर लक्षण वाले रोगियों के वायुमार्ग में भी NK कोशिकाओं की संख्या अधिक थी।”
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अध्ययन के उद्देश्य और महत्व

यह अध्ययन गंभीर रोग के अंतर्निहित कारणों को समझने पर केंद्रित है, जो भविष्य में नए उपचार लक्ष्यों की पहचान में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि गंभीर बीमारी वाले बच्चों में NK कोशिकाओं की संख्या बढ़ गई थी, जबकि स्वस्थ बच्चों में इनकी संख्या कम थी।

RSV के लक्षण और उपचार विकल्प

Respiratory Syncytial Virus के संक्रमण से होने वाले लक्षणों में ब्रोन्कियोलाइटिस और न्यूमोनिया शामिल हैं। वर्तमान में, चिकित्सक गंभीर रूप से बीमार बच्चों को सहायक देखभाल प्रदान कर सकते हैं, जबकि RSV से बचाव के लिए टीके 19 महीने से कम उम्र के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों और गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध हैं।

भविष्य की दिशा

इस शोध के परिणाम संकेत देते हैं कि NK कोशिकाएं गंभीर वायरल रोगों से जुड़ी हो सकती हैं, जिससे आगे की जांच की आवश्यकता है। यह अध्ययन Respiratory Syncytial Virus से जुड़ी बीमारियों के उपचार में नई संभावनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
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इस अध्ययन ने Respiratory Syncytial Virus के प्रभाव को समझने में एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है, और इससे चिकित्सकों को बच्चों में गंभीर लक्षणों के प्रबंधन में मदद मिल सकती है।

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