ब्लड शुगर चेक करने का सबसे सही समय होता है, सुबह का या जब लगभग 8 घंटे से अधिक समय से कुछ ना खाया गया हो।
फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर 80 से 180 mg/dl होना चाहिए। जबकि ये लंच के बाद इसकी रेंज 140 mg/dL तक जा सकती है। डिनर के बाद ये 100 से 180 mg/dl तक हो तो ये नार्मल मानी जाएगी।
फास्टिंग शुगर लेवल 70 से 150 mg/dl और लंच के बाद 140 mg/dL और डिनर के बाद 90 से 150 mg/dl होना चाहिए। 20-26 साल उम्र वालों में फास्टिंग 100 से 180 mg/dl, लंच के बाद 180 mg/dL और डिनर के बाद 100 से 140 mg/dl तक नार्मल होती है।
फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 100 mg/dl और लंच के बाद 90-110 mg/dL और डिनर के बाद 100 से 140 mg/dl तक नार्मल मानी जाती है। 33 से 40 साल की उम्र में
फास्टिंग शुगर लेवल 140 mg/dl और लंच के बाद 160 mg/dl और डिनर के बाद 90 से 150 mg/dl तक नार्मल मानी जाती है।
फास्टिंग 90 से 130 mg/dL और लंच के बाद 140 mg/dl से कम होना चाहिए। जबकि डिनर के बाद 150 mg/dl तक नार्मन रेंज होता है। प्री डायबिटिक कब माना जाता है
ये वो स्टेज है, जिसमें कुछ समय पहले ही डायबिटीज के शुरूआती लक्षण दिखने लगते हैं। फास्टिंग में ब्लड शुगर लेवल 70-100 mg/dl के बीच होना चाहिए, लेकिन अगर ये स्तर 100-126 mg/dl पर पहुंच जाए तो इसे प्री-डायबिटीज कंडीशन माना जाता है. इसके बाद अगर शुगर लेवल 130 mg/dl से ज्यादा पर पहुंच जाता है तो यह काफी खतरनाक माना जाता है।
खाने के बाद शुगर लेवल बढ़ता ही है। यदि खाने के 2 घंटे बाद शुगर लेवल 130-140 mg/dl है तो यह सामान्य है, लेकिन इससे ज्यादा होना डायबिटीज का संकेत है। अगर खाने के दो घंटे बाद भी अगर आपका शुगर लेवल 200-400 mg/dl है तो सावधानी बरतने की जरूरत है। शुगर का हाई होना आपके हार्ट, किडनी फेल होने का कारण बन सकता है। 3 महीने का औसत शुगर लेवल यानी एचबीए1सी 7% से नीचे होना चाहिए। जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है उनके लिए अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन इस मानक को बढ़ा कर देखती है।