एक छोटा चम्मच पिसी हुई हल्दी में लगभग 170-190 मि ग्राम करक्यूमिन होती है। कम से कम 400 mg या अधिक से अधिक 800 mg करक्यूमिन का सेवन एक दिन में सुरक्षित है। इसलिए 1 से 3 छोटे चम्मच हल्दी का सेवन एक दिन में किया जा सकता है।
हल्दी में मौजूद ऑक्सालेट की भरपूर मात्रा के कारण हल्दी का ज्यादा सेवन गुर्दे में पथरी होने की संभावना को बढ़ा देता है। इसलिए इसे सेहत का दुश्मन भी कहा जा सकता है। अगर आप हल्दी की सही मात्रा का सेवन करते हैं तो आपको इस समस्या को नहीं झेलना पड़ेगा।
हल्दी की तासीर गर्म होती है। इसलिए आमतौर पर एक दिन में लगभग एक चम्मच ही हल्दी खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इतनी हल्दी का सेवन सुरक्षित होता है। लेकिन ज्यादा मात्रा में हल्दी का सेवन आपके पेट की समस्या को बढ़ा सकता है। इससे आपको पेट खराब, जी मिचलाने की समस्या के साथ चक्कर तक आ सकते हैं। हल्दी शरीर को अंदर से गर्म करती है जिस वजह से पेट में सूजन हो सकती है, जिससे ऐंठन भी हो सकती है।
हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन होते हैं जो हमारे पेट के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को काफी परेशान करते हैं। हल्दी का सेवन लिमिट से ज्यादा करने से दस्त की समस्या झेलनी पड़ सकती है।
शरीर में आयरन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इससे हमारे शरीर में खून की कमी नहीं होती। लेकिन ज्यादा मात्रा में हल्दी का सेवन आयरन के अवशोषण को रोक सकते हैं। आयरन की कमी शरीर में न हो इसका ख्याल हमें ही रखना है। आप अपने आहार में ज्यादा हल्दी का इस्तेमाल न करें।