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स्वास्थ्य

मलेरिया में सर्दी के साथ तेज बुखार, पीलिया जैसे लक्षण भी

देश में हर वर्ष जून माह को एंटी मलेरिया और जुलाई माह में एंटी डेंगू माह मनाया जाता है।

Jun 20, 2020 / 11:31 am

Hemant Pandey

मलेरिया में सर्दी के साथ तेज बुखार, पीलिया जैसे लक्षण भी

मलेरिया में सर्दी के साथ तेज बुखार, पीलिया जैसे लक्षण भी

देश में हर वर्ष जून माह को एंटी मलेरिया और जुलाई माह में एंटी डेंगू माह मनाया जाता है। आंकड़ों की बात करें तो हर दो मिनट में एक बच्चे की मौत मलेरिया से होती है। पूरी दुनिया में करीब 2.1 करोड़ लोग हर वर्ष मलेरिया से ग्रसित होते हैं और 4.4 लाख की जान चली जाती है। जानते हैं मलेरिया से कैसे बचाव किया जा सकता है।
मलेरिया, मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारी है। यदि समय पर मरीज को इलाज नहीं मिलता है तो उसकी जान जा सकती है। यह बीमारी मादा ‘एनाफिलीज मच्छर’ के काटने से होती है। इसके तीन प्रकार हैं लेकिन इसमें एक ही मच्छर अधिक घातक होता है। ‘एनाफिलीज मच्छर’ एक बार में करीब 300 अंडे देती है। बारिश में जलभराव से एनाफिलीज मच्छरों की संख्या बढऩे से इसका खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है।
लक्षण
इससे पीडि़त व्यक्ति को तेज बुखार के साथ उल्टी, तेज सिर दर्द होता है। बुखार सर्दी या कंपकंपी के साथ आता है। इसमें प्यास भी ज्यादा लगती है। मरीज का मुंह थोड़ी-थोड़ी देरी में सूखने लगता है। इसमें पीलिया जैसे लक्षण भी दिखते हैं और गुर्दे भी खराब हो सकते हैं। थकान और कमजोरी बनी रहती है। हाथ और पैर में ऐंठन, घबराहट और बेचैनी जैसे लक्षण भी इसमें दिखते हैं। जांच में शरीर में खून की कमी भी पाई जाती है।
इसकी जांच के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है। कई बार जरूरत पडऩे पर डॉक्टर एक्सरे भी करवाते हैं। इलाज में एंटीमलेरियल दवा कारगर है। स्थिति गंभीर होने पर मरीज के लक्षणों के आधार पर भी कुछ दवाइयां दी जाती हैं।
मरीजों को खिचड़ी, दलिया, गाजर, चुकंदर, पपीता, दाल-रोटी, हरी सब्जी, नारियल पानी और विटामिन सी युक्त चीजें ज्यादा मात्रा में खाना चाहिए ताकि शरीर में खून की कमी न हो। ज्यादा मिर्च-मसालेदार और तला-भुना खाने से परेशानी बढ़ती है।
बचाव के लिए क्या करें
घर के आसपास सफाई का ध्यान रखें। जलभराव न होने दें। बारिश होने से पहले घर की छत पर पड़े टायर या फिर गमलों को पूरी तरह से ढंक दें ताकि उनमें पानी इक न होने पाए। घर के आसपास कीटनाशक का भी छिडक़ाव करें। कूलर का पानी साफ करते रहें। घरों में मच्छर भगाने वाले उपाय अपनाएं। रात में सोते समय मच्छरदानी लगाएं। बारिश के दिनों में ऐसे कपड़े पहनें जिससे हाथ-पैर पूरी तरह से ढंके रहें। बाहर निकलते हैं तो हाइजीन का ध्यान रखें।
डॉ. अरविंद पालावत, सीनियर फिजिशियन, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज

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