मलेरिया और चिकनगुनिया के भी मरीज
डेंगू के साथ-साथ मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज भी सामने आ रहे हैं। बीते दो दिनों में मलेरिया के दो और चिकनगुनिया के तीन मरीज मिले हैं। ये बीमारियां मच्छरों से फैल रही हैं, जिससे शहर के कई इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर मरीजों का इलाज घर पर ही हो रहा है, लेकिन गंभीर मामलों में मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही और जागरूकता अभियान
मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर के कई इलाकों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा का छिड़काव किया है। पिछले दो दिनों में विभाग की टीमों ने 3017 घरों का सर्वे किया और 18 भवन स्वामियों को नोटिस जारी किया गया। इन नोटिसों में उन्हें मच्छर जनित स्थितियों को सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है ताकि लोग मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के उपायों के प्रति सतर्क रहें।
निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीज
लखनऊ के केजीएमयू, लोहिया संस्थान, बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल में भी डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के लक्षणों वाले मरीज लगातार भर्ती हो रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार, कई मरीजों में डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि नहीं हो रही है, जिससे उनका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जा रहा है।
फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव जारी
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा का छिड़काव किया है। इसके अलावा लोगों को मच्छरों से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। विभाग का मानना है कि समय रहते उचित उपाय किए जाएं तो इन बीमारियों के प्रसार को रोका जा सकता है।