प्रेग्नेंसी में खजूर खाने से एनीमिया का खतरा कम होता है और ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने में आसानी होती है। खजूर इम्यूनिटी बढ़ने के साथ ही शरीर में कैल्शियम की मात्रा संतुलित करने में कारगर है। खजूर ऑक्सीटोसिन प्रभाव को बढ़ाने में मदद करता है जिससे यूट्रस सेंसिटिविटी में सुधार आता है।
खूजर से मिलने वाले पोषक तत्व
100 ग्राम खजूर में करीब 6.7 ग्राम फाइबर, 1.8 ग्राम प्रोटीन, 0.9 मिलीग्राम आयरन, 15 माइक्रोग्राम फैट, 2.7 माइक्रोग्राम विटामिन के, 696 मिलीग्राम और 54 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है।
प्रेग्नेंसी में खजूर खाने का जानिए नियम
प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने में कब्ज की समस्या सबसे ज्यादा होती है ऐसे में खजूर खाना फायदेमंद होगा। जिसे ब्लड शुगर या ग्रुप बी स्ट्रेप इंफेक्शन है, उसे खजूर कम खाना चाहिए।
प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही गर्भावस्था के आखिरी तीन महीनों में खजूर खाना बहुत जरूरी होता है। आप 36वें हफ्ते से यानि डिलीवरी डेट से चार हफ्ते पहले दिन में 6 खजूर खाएं।
प्रेग्नेंसी में कितने खजूर खा सकते हैं
प्रेग्नेंसी में दो खजूर खाना ही भरपूर होता है, लेकिन अगर आपका वेट कम है, ब्लड शुगर नॉर्मल है और एनेमिक हैं तो इसे चार से छह खजूर भी खा सकती हैं। पूरे दिन में इससे अधिक खजूर बिलकुल न खाएं, क्योंकि ये लेबर पेन की वजह बन सकता है।