हार्ट अटैक अचानक ही आता है, लेकिन ऐसा नहीं कि इसके संकेत या बदलाव शरीर में पहले से नहीं हो रहे होते। हार्ट या ब्रेन का अटैक अचानक होता जरूर है, लेकिन इसके संकेत एक महीने से लेकर 12 घंटे पहले तक मिलने लगते हैं।
सांस फूलने की दिक्कत अचानक से होना। अगर आपको लंबी सांस लेनी पड़ रही या दो कदम चलने पर सांस फूल रही तो ये संकेत सही नहीं। अगर आपके साथ पहले ऐसा नहीं होता था तो ये गंभीर संकेत हो सकता है। अगर ऐसा लंबा समय तक हो रहा है तो डॉक्टर से मिलें।
सीने में भारीपन के साथ हल्का दर्द एंजाइना पेन होता है। ये तनाव के बढ़ने पर होता है और कई बार काम करने पर भी होने लगता है। बार-बार एंजाइना पेन आने की समस्या आपको हार्ट अटैक की तरफ धकेल सकती है।
खाने के बाद गले में जलन का बराबर बने रहना भी दिल की खराबी का संकेत हो सकता है। ऐसे बराबर बना रहे तो इसकी जांच कराएं। यह भी अचानक हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है।
पोस्ट प्रैंडियल एंजाइना सीने में उठने वाला वो तेज दर्द होता है जो खाने के बाद उठता है। खाने के तुरंत बाद सीने में जलन के साथ तेज दर्द होना गंभीर संकेत है। रुकने पर आराम मिले और चलने पर दर्द बढ़े तो ये हार्ट की बीमारी का संकेत है।
हार्ट की तकलीफ से जुड़े कुछ लक्षण ऐसे होते हैं, जो कई अन्य बीमारियों में भी देखने को भी मिलते हैं। इसलिए हार्ट अटैक के पूर्व के संकेत को समझना कई बार कठिन हो जाता है। चक्कर और उल्टी आना या चक्कर के साथ उल्टी महसूस होना भी हार्ट की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। हालांकि ये लक्षण पेट की बीमारी, ब्रेन से जुड़ी दिक्कत या शुगर कम होने पर भी महसूस हो सकते हैं। हार्ट वाले केस में कई बार सिर्फ चक्कर भी आ सकता है और नॉजिया फील नहीं होता।
ऊपर के संकेतों के अलावा कुछ लोगों को बाएं तरफ दर्द महसूस करते हैं। ये दर्द अगर जबड़े से लेकर कंधे और हाथ में जाने लगे तो हार्ट की समस्या मानी जा सकती है।
आमतौर पर खांसी को मौसम बदलने के दौरान होनेवाली समस्या माना जाता है। इसके अतिरिक्त लंबे समय तक रहनेवाली खांसी टीबी का लक्षण हो सकती है। लेकिन खांसी हार्ट की बीमारी का संकेत भी होती है। यह समस्या हर व्यक्ति में हार्ट की बीमारी के लक्षण के रूप में नजर आए, यह जरूरी नहीं है। अगर किसी को लगातार खांसी हो रही है और हाथ-पैर में सूजन आ जाने की समस्या बनी हुई है तो इन लक्षणों को अनेदखा नहीं करना चाहिए। ये हार्ट की बीमारी के साथ ही किसी अन्य गंभीर रोग का लक्षण भी हो सकते हैं।
बिना किसी खास कारण अचानक से तेज पसीना आना। यानी जब आपने कोई शारीरिक श्रम ना किया हो या आप तेज गर्मी से ना आए हों और अचानक से आप पसीना-पसीना हो जाते हैं तो यह भी दिल की कमजोरी का एक लक्षण हो सकता है। कई बार धड़कनें बहुत तेज हो जाना या बहुत धीमी हो जाना भी दिल की कमजोरी की तरफ इशारा करती है। इस दौरान कई लोगों को ऐसा अनुभव होता है, जैसे हार्ट सिकुड़ रहा है। साथ ही तेज घबराहट भी हो सकती है। अगर यह स्थिति बार-बार बन रही हो तो हल्के में ना लें।
महिलाओं और पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षणों में कुछ अंतर हो सकता है। ऊपर जो लक्षण बताए गए हैं, वे तो सभी में देखने को मिलते हैं लेकिन महिलाओं में कुछ अलग सिंप्टम्स भी हार्ट की समस्या की तरफ इशारा करते हैं। जैसे, मन खराब होना या उल्टी जैसा महसूस होना (नोजिया), गले में और सीने पर तेज जलन महसूस होना साथ में दर्द होना (हार्ट बर्न), अपच की दिक्कत होना आदि। अगर आपके साथ ये समस्याएं अक्सर होने लगी हैं तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।