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भूख नहीं लगती है तो अपनाएं ये घरेलू उपाय। दरअसल, घी में कई प्रकार के पौष्टिक तत्व होते हैं। जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को दुरुस्त करने के लिए फायदेमंद होते हैं। घी के अधिक सेवन से शरीर का मोटापा बढ़ने लगता है। क्योंकि मेटाबॉलिज्म धीरे-धीरे कम हो जाता है।
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प्रोटीन से भरपूर होता है चना, चंद मिनटों में इस तरह करें तैयार। घी का सेवन आपके आहार पर निर्भर करता है। अगर आप खाने में साबुत अनाज खा रहे हैं। तो घी का अधिक इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन अगर आप दाल, चावल खा रहे हैं। तो इसमें घी का सीमित मात्रा में ही उपयोग करें। आप कितना परिश्रम करते हैं और कितना घी खाते हैं। इस पर भी निर्भर करता है। अगर आप बहुत अधिक परिश्रम करते हैं , एक्सरसाइज करते हैं। तो अधिक घी भी आप पचा पाते हैं। लेकिन अगर आप परिश्रम कम करते हैं। एक जगह बैठकर ही काम करते हैं। तो आपको सीमित मात्रा में घी का सेवन करना चाहिए।
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हर दिन सुबह खाली पेट पीएं धनिया का पानी। घी में बटर से अधिक फेट होता है। क्योंकि इसमें पानी और दूध की मात्रा नहीं होती है। घी बनाने के लिए बटर को उबाला जाता है और बाद में फेट अलग हो जाता है। खाना पकाने के अलावा घी का उपयोग आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचने के लिए किया जाता है। घी गाय ओर भैंस के दूध से तैयार किया जाता है। बाजार में मिलने वाला घी शुद्धता पर खरा नहीं उतरता है। इसलिए आप घी का इस्तेमाल करते हैं। तो घर में ही तैयार करें। घी का सेवन करने से आपकी त्वचा और सेहत स्वस्थ रहती है।