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बरेली केस: छात्रा बोली- मैं बालिग हूं, प्रेमी बिलाल के साथ जाऊंगी और मेडिकल भी नहीं कराऊंगी उल्लेखनीय है कि तमाम रुकावटों के बाद भी चार अक्टूबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी के साथ बूलगढ़ी पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। इस दौरान राहुल गांधी ने करीब 50 मिनट तक एक बंद कमरे में पीड़ित परिवार से बातचीत की थी। राहुल और प्रियंका गांधी ने जमीन पर बैठकर ही उनका दर्द साझा किया था। उस दौरान राहुल गांधी ने पीड़िता के पिता को आर्थिक मदद के लिए एक सफेद रंग का बंद लिफाफा दिया था। हालांकि राहुल प्रियंका ने लिफाफे के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी थी। राहुल गांधी के जाने के बाद पीड़िता के भाई ने भी सिर्फ लिफाफे में चेक की जानकारी दी, लेकिन धनराशि के बारे में कुछ नहीं बताया। अब भी पीड़ित परिवार राहुल गांधी से मिली धनराशि के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है। जबकि उस दौरान प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि पीड़ित परिवार को दस लाख रुपए की आर्थिक मदद की गई है।
अब पीड़ित परिवार का कहना है कि चेक अभी उसी लिफाफे में है, जिसे बैंक खाते में जमा नहीं किया गया है। पीड़िता के भाई का कहना है कि परिवार के लोगों के जनधन खाते हैं। यदि राहुल गांधी का चेक खाते में जमा करेंगे तो इतनी बड़ी रकम निकालने में परेशानी होगी। इस वजह से अब पीड़ित परिवार दूसरा बैंक खाता खुलवाने पर विचार कर रहा है।