मैनेजर ने कहा 7 से 8 बंदरों की हुई मौत
वहीं, कुछ गौसेवकों का आरोप था कि बंदरों की संख्या काफी ज्यादा है और कर्मचारी झूठ बोल रहे हैं। इस पर वहां हिंदूवादियों में ही आपस में ही झड़प हो गई। मैनेजर नीरज शर्मा का कहना है कि सात या आठ बंदरों की मौत हुई है। उनकी आत्मा शांति के लिए वह सुंदरकांड का पाठ भी कराएंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने की पूछताछ
मामले की जैसे ही प्रशासन को जानकारी मिली तो एडीएम सदर (जे) एसडीएम सदर, सीओ सिटी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक, जब अधिकारियों ने कर्मचारियों से पूछताछ की तो पता चला कि यहां 145 बंदरों की मौत हुई थी और बिना प्रशासन को सूचित किए इन बंदरों को गोदाम परिसर में ही दफन कर दिया गया। प्रशासनिक अधिकारी पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गए। अधिकारियों का कहना था कि मामले की जांच कराई जा रही है और यदि जरूरत होगी तो खुदाई भी कराई जाएगी, जहां बंदरों के शव दफन किए गए हैं।