हरदोई में PWD विभाग में तैनात जूनियर इंजीनियर (JE) सतेंद्र यादव को लखनऊ विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यादव पर आरोप है कि उसने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत सड़क निर्माण का बिल पास करने के लिए ठेकेदार महेंद्र कुमार त्रिपाठी से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस मामले में ठेकेदार ने विजिलेंस टीम को शिकायत दी थी।
ठेकेदार महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए कुल 40 लाख रुपये का बिल था। JE ने दावा किया कि उसे बिल बढ़ाकर तैयार करने के बदले 10 लाख रुपये “अपने हिस्से” के रूप में चाहिए। इस पर विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की और उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के दौरान सतेंद्र यादव ने यह भी स्वीकार किया कि इस काम में सहायक अभियंता को भी “समझाना” जरूरी था। यह पूरा मामला विभाग में हड़कंप मचा चुका है, और यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी लड़ाई की ओर एक और कदम है।