अभिषेक का कहना है कि वह समाज को यह संदेश देना चाहता है कि किसी भी काम को अच्छी तरह करना है तो बहुत सारे लोगों से सीख लेनी चाहिए। जो हमारे देश के लिए शहीद हुए, उनका सम्मान किया जाना चाहिए। इसलिए उसने शहीदों के नाम के टैटू बनवाए। अभिषेक गौतम ने कहा, मैंने कारगिल शहीदों की वीर गाथाएं पढ़ीं। इसके बाद शहीदों को सम्मानित करने का विचार आया। टैटू बनवाने के कारण इतना सम्मान मिल रहा है तो पता चल रहा है कि लोग शहीदों का कितना सम्मान करते हैं।
हमेशा दिमाग में रखना चाहिए शहादत को…
अभिषेक गौतम ने कहा कि लोगों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही शहीदों को याद नहीं करना चाहिए, बल्कि उनकी कुर्बानी हमेशा अपने दिमाग में रखनी चाहिए। इससे युवा गलत संगत से दूर रहेंगे और देश का भविष्य बनने की कोशिश करेंगे। शहीदों की कुर्बानी उन्हें हर पल अहसास कराएगी कि उन्हें जो आजादी मिली है, कई के बलिदान के कारण मिली है।