JNU Violence की जिम्मेदारी उन्होंने कहा कि आज जिनके घर में दो से ज्यादा बच्चे हैं। एक साल के बाद उनके यहां एक और बच्चा होगा। ऐसे परिवार को किसी भी सरकारी योजना की सुविधा नहीं मिलनी चाहिए। उसको सरकारी नौकरी, सरकारी इलाज, बैंको से लोन नहीं और सरकारी राशन नहीं मिलना चाहिए। प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि एनआरसी के तहत विदेशी नागरिकों को ढूंढकर विदेश में भेजने की योजना थी। वे नागरिकता की सूची बनाने के पक्ष में हैं।
साथ ही उन्होंने जेएनयू (JNU) हिंसा को लेकर कहा कि गांव के बेटे-बेटी हॉस्टल में रहते हैं। वे वहां पढ़ने जाते हैं। वे सुरिक्षत नहीं रहेंगे, वो चाहे एबीवीपी (ABVP) वाले हो या लेफ्ट (Left) वाले, हमारे बेटे-बेटी हैं। कोई नकाबपोश आकर उनको डंडे मारेंगे, टांग तोड़ेंगे तो क्या देश में छात्र भी सुरक्षित नहीं हैं। उनको सुरक्षा देने की जिम्मेदारी सरकार की है। जिन्होंने ऐसा किया है, वह बहुत गंदा है। स्टूडेंट्स को मारने या लड़कियों को परेशान करने का काम देश के किसी भी हॉस्टल में नहीं होना चाहिए।