धान उत्पादन से होने वाली आय को दोनों जिले की जीडीपी का बड़ा आधार माना जाता है। तभी तो किसान मानसून के सक्रिय होते ही इस नदी में पानी आने की बाट जोहने लगते हैं। इस बरसाती नदी में पानी प्रवाहित होने पर किसान धान की फसल को सिंचित करते हैं। मगर हरियाणा के ओटू हैड पर काफी मात्रा में पानी भंडारित करने के कारण राजस्थान क्षेत्र में काफी देरी से पानी पहुंचता है। २४ जुलाई को घग्घर नदी के गुल्लाचिक्का हैड पर २००२०, खनौरी ११२२५, चांदपुर १२१००, ओटू हैड ७००० व घग्घर साइफन हनुमानगढ़ में ४१५० क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया। घग्घर बाढ़ नियंत्रण एवं ड्रेनेज खंड हनुमानगढ़ के एक्सईएन प्रदीप बंसल ने बताया कि पानी हनुमानगढ़ पहुंच गया है। नदी के उद्गम स्थल पर बरसात थमने के कारण पहले की तुलना में आवक में कमी आई है। हालांकि आने वाले दिनों में मानसून के सक्रिय होने का अनुमान भी है। इस स्थिति में पानी की मात्रा बढऩे के आसार भी हैं। गौरतलब है कि वर्तमान में इंदिरागांधी नहर में सिंचाई पानी का रेग्यूलेशन नहीं लागू है। इसके कारण क्षेत्र के किसान फसलों में समुचित सिंचाई नहीं कर पा रहे। अब घग्घर नदी में पानी प्रवाहित होने से किसानों को राहत मिली है।
उत्तर भारत में घग्घर नदी के डायवर्सन चैनल के जरिए जीडीसी की नहरें चलाई जाती है। इसमें घग्घर में पानी की आवक नहीं होने तथा पौंग व भाखड़ा बांध में सरप्लस पानी आने पर कई दफा इंदिरागांधी नहर के जरिए घग्घर प्रणाली की नहरों में पानी प्रवाहित किया जाता है। घग्घर नदी संभवतया राजस्थान की ऐसी पहली नदी है जिसका पानी अंतरराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान तक पहुंचता है। पाक सीमा भेड़ताल पर पानी पहुंचने पर सेना के जवानों को नाव में बैठकर निगरानी करनी पड़ती है।
-राजस्थान में घग्घर नदी का प्रवाह करीब १०० किमी क्षेत्र में है।
-हनुमानगढ़ जिले की टिब्बी तहसील से राजस्थान क्षेत्र में पानी प्रवेश करता है।
-हिमाचल व पंजाब के आसपास शिवालिक की पहाडिय़ों से घग्घर नदी का आगमन माना जाता है।
-हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले में औसतन ५० हजार हेक्टैयर में धान की बिजाई होती है।
-वर्ष १९९५ में हनुमानगढ़ में घग्घर नदी के नाली बेड में १७०५० क्यूसेक पानी प्रवाहित करने से टाउन-जंक्शन पुल के पास बंधा टूट गया था। बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।
-श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ के रास्ते घग्घर का पानी पाकिस्तान जाता है। सामान्य गति से प्रवाह होने पर हनुमानगढ़ से अनूपगढ़ पानी पहुंचने में ७२ घंटे से अधिक का वक्त लगता है। अनूपगढ़ के रास्ते पानी पाक सीमा स्थित भेड़ताल पहुंचता है।
-२३ जुलाई को घग्घर नदी के गुल्लाचिक्का हैड पर २६४२२, खनौरी पर ११०००, चांदपुर में १२१०० क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा था। जबकि २४ जुलाई को गुल्ला चिक्का हैड पर पानी की मात्रा घटकर २००२० क्यूसेक हो गई।
-घग्घर में १५ जून से १५ अक्टूबर तक आवक संभावित रहती है। वर्ष २०२० में १५ जुलाई को नाली बेड में ३००० क्यूसेक आवक हुई। वर्ष २०१९ में १९ जुलाई को ३००० क्यूसेक आवक हुई थी। इस वर्ष यानी वर्ष २०२१ में इस नदी में २४ जुलाई को ४१५० व नाली बेड में ३००० क्यूसेक पानी की आवक हुई है।