प्रदूषित पानी को लेकर बुधवार दोपहर को नागरिकों ने रोष मार्च निकालकर प्रदूषण के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस दौरान गुरलाल सिंह, गुरप्रीत पहलवान, प्रीतम सिंह सैनी, पूर्व पार्षद गुरुदेव सिंह, रणजीत सिंह रामगढिय़ा, गुरुदेव बावरी, जसविंदर सिंह धारीवाल, सुखराम बागड़ी, गुरलाल सिंह सिद्धू, गुरजंट सिंह, करतार सिंह, राजकुमार, बलवीर शेखावत, रवि सिंगीकाट, विकास धूडिय़ा, सुरेंद्र रेगर, सोनू सेतिया, पंकज जालप, केआर पेंटर, सतनाम सिंह, बिंदर सिंह, दिलीप सिंह शेखावत, हंसराज वर्मा, सुनील यादव, मनीष यादव आदि सभा में मौजूद रहे।
जंक्शन के रीको क्षेत्र में सवा सौ से अधिक फैक्ट्रियां संचालित हो रही है। जब रीको क्षेत्र विकसित हुआ था, उस समय यहां पर ज्यादा आबादी क्षेत्र विकसित नहीं थे। मगर वर्तमान में हाउसिंग बोर्ड की बड़ी कॉलोनी, खुंजा, सैक्टर बारह, सिविल लाइन आदि आबादी क्षेत्र विकसित हो गए हैं। रीको क्षेत्र में नियम विरुद्ध कई फैक्ट्रियां संचालित होने के कारण ्रलगातार प्रदूषण फैल रहा है। नागरिकों की मांग है कि फैक्ट्रियां नियमों के दायरे में संचालित होगी तो निश्चित ही प्रदूषण कम होगा। मगर हालात ऐसे हैं कि कई फैक्ट्रियां नियम विरुद्ध तरीके से प्रदूषित पानी खुले में प्रवाहित कर रही है। ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर कोई भी गंभीरता नहीं दिखा रहा है।
जंक्शन में रीको क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों के खिलाफ जनता आवाज बुलंद करती है तो जिला प्रशासन केवल नोटिस जारी करने तक ही खुद का दायित्व समझता है। तीन-चार वर्ष पहले तत्कालीन जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कुछ फैक्ट्रियों को सीज करने की कार्रवाई भी की थी। इसके बाद उद्योगपति ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर गंभीर नजर आए थे। मगर कलक्टर के तबादले के बाद ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण भी अधरझूल में लटक गया।