शादी के बाद इंद्र पत्नी को लेकर नाना के घर सिरसा रहने लगा। शादी की पहली सालगिरह पर दंपती में अनबन हो गई। रिश्तों में खटास इतनी बढ़ गई कि ससुर अपनी बहू को वापस गांव ले आया। उम्मीद थी कि सब ठीक हो जाएगा, पर ऐसा न हुआ।
9 जुलाई को सुमन का ससुर सिरसा, सास सरेश मिड-डे मील बनाने सरकारी स्कूल, छोटा भाई गांव की वर्कशॉप पर गए हुए थे। करीब 11 बजे सास घर लौटी तो मुख्य दरवाजा भीतर से बंद था। काफी देर दरवाजा खटखटाने पर आवाज नहीं आई तो वह दीवार कूदकर भीतर गई। कमरे में छत से लटक रहे बहू के शव को देख उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। शोर मचाने पर ग्रामीण व थाना पुलिस आ गई। शव को डबवाली के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। जिसका उसके पीहर गांव रतनपुरा (संगरिया) में देर शाम गमगीन माहौल में दाह संस्कार हुआ।
पति पर दहेज हत्या का केस दर्ज ( dowry case e in Rajasthan )
सदर थाना पुलिस प्रभारी राजेंद्र सिंह व पुलिस चौकी प्रभारी भगतराम के अनुसार इंद्र को उसके नाना ने गोद ले रखा था। बचपन से ही वह सिरसा उनके पास रहता है। शादी के बाद वह पत्नी को नाना के घर सिरसा ले गया। मृतका के पिता रतनपुरा निवासी नत्थू राम ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी सुमन को दहेज के लिए मारा है। बातचीत में बेटी ने बताया था कि दहेज के लिए उसका पति उसे पीटता था। गांव रतनपुरा सरपंच सत्यपाल राहड़ ने बताया कि सुमन की ससुराल में हत्या हो गई, कल देर शाम संस्कार हुआ। उधर, मृतका के मामा हरि राम निवासी गांव भाव वाला (अबोहर) का कहना है कि दोपहर बाद करीब 2 बजे सुमन के चाचा हीरालाल ने बताया कि भतीजी ने फांसी खा ली है।
शाम करीब पांच बजे वे लोग मौके पर पहुंचे। वहां उसकी भानजी का शव छत से लटक रहा था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसका गला घोंटकर फंदे पर लटकाया हो। चुनरी तथा रस्से को बांधने के बाद छत में लगे सरिया में डाल रखा था। सुमन के पांव जमीन पर लगे थे। ये पता चला कि उसकी भांजी तथा इंद्र के बीच शादी की सालगिरह के दिन विवाद हुआ जिसने सुमन की जिंदगी छीन ली।
फोटो – प्रतिकात्मक