हनुमानगढ़. हरियाणा के हिसार के निजी “परिवर्तन अस्पताल” में मंगलवार देर रात को एक धमाके के बाद यकायक लगी आग में उपचारधीन अमित (40) नामक मरीज की झुलसने से अकाल मौत हो गई। अमित को 20 अगस्त को डिप्रेशन के कारण इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और तथ्य एकत्रित किए। पुलिस ने शव को कब्जा में लेकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। परिजन परिवर्तन अस्पताल के बाहर डॉक्टर व अस्पताल प्रशासन की लापरवाही बताते हुए धरना देकर बैठ गए हैं।
अमित के बेटे धुर्व ने बताया कि उसके पिता इन्कम टेक्स विभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर थे। उनके पिता को डिप्रेशन के कारण यहां भर्ती करवाया गया था। डॉक्टर ने अस्पताल के एक कमरे में उन्हें रस्सी से बांधकर रखा हुआ था। उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा था। वह एक बजे दवा लेने गया तो पता चला कि देर रात हुए धमाके के बाद उनके कमरा में आग लग गई। अस्पताल के कर्मचारी आग बुझाने के लिए सिलेंडर लेकर आए मगर वह नहीं चला, फिर पानी की पाइप से आग पर काबू पाया गया तब तक उसके पिता की मौत हो चुकी थी।