दस गुणा बढ़ा बिजली का लोड
उधर बिजली का लोड भी गत वर्ष की तुलना में दस गुणा बढ़ा है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष 22 जून को एक दिन का लोड 36 लाख यूनिट था। मई जून में 33 लाख यूनिट के आस-पास बिजली का लोड रहा। जबकि गत वर्ष इन दिनों 22 से लेकर 24 लाख यूनिट बिजली का लोड था। गत वर्ष बिजली का लोड कम रहने का कारण अच्छी बरसात भी माना जा रहा है। जबकि इस वर्ष अभी तक अच्छी बरसात नहीं होने से बिजली के लोड में बढ़ोतरी हुई है।
इस कारण लग रहे है एलडी कट
डिस्कॉम अधिकारियों ने बताया कि बिजली संकट का कारण यह है कि कोटा व सूरतगढ़ थर्मल की यूनिटों के लिए कोल इंडिया से पर्याप्त कोयला नहीं मिल रहा है। दोनों यूनिटों के लिए रोज 10 से 12 रैक कोयले की जरूरत होती है। जबकि महज चार रैक कोयले की आपूर्ति हो रही है। प्लांट की जरूरत के हिसाब यह काफी कम है। ऐसे में सूरतगढ़ थर्मल की इकाइयों को कम लोड पर चलाया जा रहा है, वहीं कोटा की दो यूनिटों को तो बंद ही करना पड़ा है। इस वजह से जिले की सभी सब डिविजनों में बिजली के कट लगाए जा रहे है, ताकि लोड मेनटेंन रहे।
दो चार दिनों में सामान्य होगी स्थिति
&अभी कोयले की कमी के चलते बिजली उत्पादन कम हो रहा है। मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति नहीं होने से एलडी कट के आदेश है। जैसे ही उत्पादन बढ़ेगा कटौती बंद कर दी जाएगी। उम्मीद है दो चार दिनों में स्थिति में सुधार हो सकता है।
एमएस चारण, अधीक्षण अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम, हनुमानगढ़