राधे से सम्पर्क करने पर उसने भाई संजय का विवाह रमन पुत्री ओमप्रकाश निवासी रानिया तहसील ऐलनाबाद से कराने की बात कहकर दो लाख रुपए खर्चा देने को कहा। उसने कहा कि रमन अपने चाचा के पास रहती है। दोनों तरफ से बात तय होने के बाद 20 जुलाई को गोद भराई रानिया में की गई। इसमें आरोपी राधे, ऊषा और उसका पति, रमन और उसके चाचा मिले। उन्हाेंने उससे 50 हजार रुपए नकद ले लिए। इसके बाद 22 जुलाई को टीका रस्म के बहाने 50 हजार रुपए फिर लेकर चले गए। पांच अगस्त को संजय का विवाह यश होटल डाबड़ा चौक में करवा कर दोनों आरोपी महिलाओं ने उनसे एक लाख रुपए और ले लिए।
विवाह के बाद रमन दो दिन तो संजय के साथ रही। आठ अगस्त को वह ससुराल पक्ष की ओर से दिए गए सोने के झुमके, मंगलसूत्र, सोने की चेन, अंगूठी, पाजेब, घर में रखे 50 हजार रुपए तथा अपनी सास के जेवरात लेकर चुराकर अपने चाचा सोनू व ऊषा के पति के साथ चली गई। इस संबंध में जब ऊषा से संपर्क किया तो उसने कहा कि अब कोई दुल्हन नहीं मिलेगी। इस तरह ठगना ही हमारा धंधा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।