2018 में संचालनालय पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय भोपाल ने अवर सचिव मध्यप्रदेश शासन पर्यटन विभाग मंत्रालय और राज्य पुरातत्व विभाग ग्वालियर के तत्कालीन उप संचालक ने विभाग के आयुक्त को पत्र लिखकर कहा था कि किले के जहांगीर महल और शाहजहां महल में होटल संचालित किए जाने से यहां बने कर्ण महल, विक्रम महल, जौहर कुंड, भीमसिंह राणा की छत्री, बारूदखाना, किला बुर्ज, हमामखाना आदि शेष स्मारक भी प्रभावित होंगे। होटल संचालन से यहां का वातावरण प्रदूषित होने और आग लगने जैसी दुर्घटनाएं की संभावना रहेंगी। इसके साथ ही यह पुरातत्व विभाग के नियमों के अनुकूल भी नहीं होगा। इससे किला परिसर के अंदर स्थित राज्य पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आने वाले स्मारकों पर राजस्व में कमी सहित न स्मारकों के मूल स्वरूप में परिवर्तन होने की संंभावना है।
ग्वालियर दुर्ग पर होटल बनाया जा सकता है या नहीं इसके लिए प्रमुख सचिव के दिशा-निर्देशों के बाद किले पर टीम निरीक्षण के लिए आई थी। निरीक्षण के लिए आई टीम जानकारी लेकर गई है, प्रमुख सचिव से इस संदर्भ में बात होने के बाद आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।
– राजेश दंडोतिया, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, पर्यटन विकास निगम