प्रश्न: सिंधिया के जाने बाद कांग्रेस डैमेज हुई है?
जवाब: निश्चित रूप से जब किसी उद्यान का एक विशाल पेड़ गिरता है तो धमक तो होती है, लेकिन दुनिया परिवर्तन के नियम पर चलती है। इतिहास उठाकर देख लें कभी किसी का स्थान रिक्त नहीं रहा, किसी न किसी ने आकर उसकी पूर्ति की है।
प्रश्न: कांग्रेस के बागी उपचुनाव में नुकसान पहुंचाएंगे।?
जवाब: जो अब तक भाजपा को कोसते थे, उनका मूल आधार ही खिलाफत था। उन लोगों को भाजपा कैसे स्वीकार करेगी। ये लोग वर्तमान में भाजपा के लिए केवल सत्ता पाने के लिए टेम्परैरी साधन मात्र है, आने वाले समय में भाजपा ही इनको नहीं स्वीकारेगी।
प्रश्न: क्या भाजपा की रणनीति भी कांग्रेस अपनाएगी?
जवाब: राजनीति में व्यक्ति के पास विचारधारा होती है। जो संस्कार के बलबूते पर पार्टी के सर्वोच्च पद पर पहुंचाती है। इन संस्कारों को उम्र के इस पड़ाव पर त्यागना संभव नहीं है। जो विचारधारा के खिलाफ जाकर बागी हुए उनको स्वीकारना भी आसान नहीं होगा। वैसे इस मामले में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा कि आगे क्या करना है।
प्रश्न: जिस जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया था वह टूट गया अब कैसे भरोसा जताएंगे?
जवाब: 15 साल की भाजपा सरकार से प्रदेश की जनता परेशान थी, इसलिए कांग्रेस पर भरोसा जताया। यह हमारे लिए कठिन समय है, लेकिन कांग्रेस कोई छोटी पार्टी नहीं है जो पूरी तरह से बिखर जाएगी। हम पूरी ताकत से संघर्ष करेंगे और फिर सत्ता में आकर जनता का भरोसा जीतेंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सत्ता का त्याग कर दिया, लेकिन नैतिक मूल्यों को गिरवी नहीं रखा।