40 लाख यूनिट खपत
सर्दी बढ़ने के साथ ही शहर में बिजली खपत भी घट गई है, वर्तमान में प्रतिदिन की खपत 40 लाख यूनिट पहुंच गई है। हालांकि सर्दी बढ़ने के साथ खपत और कम होगी। गर्मी में यह खपत 80 लाख यूनिट प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। बिजली कंपनी फिलहाल राहत में है।
सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक
कांच मिल उपकेंद्र से संपूर्ण रेशम मिल, प्रगति नगर, मोतीझील रोड, कांच मिल, आनंद नगर, पुरानी रेशम मिल, शीतला माता मंदिर, साकेत नगर सी-ब्लॉक, गणपति विहार, इंडस्ट्रियल एरिया, पंजाब सिंह तोमर वाली गली, मायाराम सिंह तोमर वाली गली, न्यू रेशम मिल, कुटी मंदिर के पास का क्षेत्र, संपूर्ण गारमेंट पार्क, तानसेन नगर, न्यू साकेत नरग, अशोक विहार कॉलोनी, बरैया कॉपलेक्स, एसबीआई चौराहा, दुर्गापुरी, आरपी कॉलोनी, इंडस्ट्रियल एरिया से संपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र, तलवार का बाड़ा, गोयल कपाउंड, मनजीत सिंह का बाडा, रेलवे लाइन, ईएसआई हॉस्पिटल, असिस्टेंट लाइन, श्याम मंदिर, सिमको लाइन, न्यू एंड ओल्ड, चंदनपुरा, लाइन नंबर-3, सेवा नगर पार्क, मां विहार कॉलोनी, कोटा वाला मोहल्ला, हजरतजी की कोठी, रेती फाटक, कुरैशी मोहल्ला, लव-कुश विहार, न्यू तुलसी विहार, अमरकंटक एन्क्लेव, तेज सिंह कॉपलेक्स, वाजा खानून बाबा की दरगाह, गायत्री नगर, श्रुति इन्क्लेव, द्वारिकापुरी, विकास नगर, डॉ. रस्तोगी के आस-पास का क्षेत्र, सेवा नगर, फूलबाग चौराह, खेड़ापति रोड, रवि नगर, तुलसी विहार, मरीमाता, महाराणा प्रताप नगर, पुरुषोत्तम विहार, हनुमान कॉलोनी, हनुमान चौराहा, त्रिवेदी नर्सिंग होम तक, जीवाजीगंज, नागदेव गली, एबी रोड, सूबे की पायगा, फालका बाजार, राम मंदिर, गस्त का ताजिया, नई सडक़, दानाओली, मोचीओली, कैलाश टॉकीज, बावन पायगा, ऊदाजी की पायगा, शेजवलकर की गली, चित्रगुप्तगंज, शक्कर कॉलोनी, साठे की गोठ, कैथवाली गली।
सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक
कोठी गांव, शिवपुरी लिंक रोड, महादजी नगर, आशाराम बापू रेलवे क्रॉसिंग क्षेत्र। सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक
महलगांव, राघवेन्द्र नगर, सरस्वती नगर, पंत नगर, कुंदन नगर, राज्य कर्मचारी आवास, महलगांव, आदित्यपुरम, बीएस कॉलोनी, सेंट्रल एकेडमी-1, आईएटीएस स्कूल, ग्रीन वुड स्कूल, बीपी सिटी, आश्रय ग्रीन सिटी, आदर्श नगर, शुभांजलीपुरम, उच्च उपभोक्ता जीईसी, आदित्यआज होटल। ये भी पढ़ें: बिजली उपभोक्ताओं को राहत, सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कम आएगा ‘बिजली बिल’
कटौती से ज्यादा फायदा नहीं
बिजली कंपनी के अधिकारी के अनुसार, शहरी क्षेत्र में कटौती से ज्यादा फायदा नहीं होता है, क्योंकि यह जिन क्षेत्रों में कटौती की जा रही है, वहां 80-90 फीसदी बिजली का बिल जमा करते हैं। सबसे ज्यादा फायदा उन फीडरों से होता है, जहां सबसे ज्यादा चोरी होती है।
सर्दी में खपत कम रहती है इसलिए निर्माण पर फोकस
बिजली कंपनी सर्दियों में निर्माण कार्यों को पूरा करने पर फोकस रखती है। क्योंकि खपत कम होती है और सर्दी के कारण बिजली का उपयोग भी सीमित होता है। इसलिए दिन में कटौती कर निर्माण का काम किया जाता है। शहर में आरडीएसएस के कई काम जारी है।