इन दिन नौ में से छह दिन ऐसे होंगे, जो शुभ मुहूर्त के संयोग रहेगा। २९ सितंबर को नवी एवं ३० को दशहरा मनाया जाएगा। पंडित नरेंद्रनाथ पांडेय के मुताबिक इस बार तिथियों का घटना-बढऩा नहीं रहेगा। पूरे नौ दिन मां शारदा की भक्ति की जाएगी। पूरे नौ दिन अनुष्ठान चलेंगे। इन दिनों में देवी की आराधना विशेष फलदायी साबित होगी। वहीं शुभ संयोग नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए अच्छा है। इन योगों में किए गए कार्यों की सिद्धि होती है। खरीदारी के लिहाज से भी ये दिन शुभ रहेंगे। वहीं, विजयादशमी पर्व 30 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग में मनाया जाएगा।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार कलश स्थापना प्रात: काल में ही की जाती है। 21 को सुबह6.18 बजे से लेकर 7.49 बजे तक द्विस्वभाव कन्या लग्न व शुभ चौघडि़या में स्थापना सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है। इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11.56 बजे से लेकर 12.44 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त में स्थापना करना शुभ माना जाता है।
किस दिन कौन सा शुभ मुहूर्त का योग
तारीख योग समय
22 सितंब राज योग सुबह 6.19 से रात 12.38 तक
23 सितंबर सर्व सिद्धि एवं रवि योग सुबह 6.19 से रात 2.15
25 सितंबर रवि व सर्वार्थ सिद्धि सुबह 4.26 से संपूर्ण दिन-रात
26 सितंबर रवि योग सुबह 7.30 बजे तक
27 सितंबर रवि योग सुबह 6 बजे से सुबह 9.57 तक
29 सितंबर रवि योग दोपहर 3.48 से शुरू