scriptक्यों मनाया जाता है संवत्सरी पर्व, क्या है इसका लक्ष्य? | Samvatsari Parva Kyo Manaya Jata Hai aur Ye India Me Kab Manaya Jayega | Patrika News
ग्वालियर

क्यों मनाया जाता है संवत्सरी पर्व, क्या है इसका लक्ष्य?

शहर में मध्य प्राचीन दिगम्बर जैन के ३७ मंदिर है, जो करीब 50 साल पुराने हैं। यह मंदिर शहर सहित अंचल की आस्था का केंद्र है।

ग्वालियरAug 23, 2017 / 07:58 pm

monu sahu

, Samvatsari Parva Festival

Samvatsari Parva

ग्वालियर। भिण्ड शहर में मध्य प्राचीन दिगम्बर जैन के ३७ मंदिर है, जो करीब ५० साल पुराने हैं। यह मंदिर शहर सहित अंचल की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर में मुख्य रूप से भगवान महावीर स्वामी,भगवान पाशर््वनाथ आदिनाथ भगवान सहित शांतिनाथ भगवान,चंद्रप्रभ भगवान,सुपाŸवनाथ भगवान, महावीर स्वामी और 24 तीर्थंकर भी विराजमान हैं। जैन समाज के प्रवाक्ता मनोज जैन ने बताया कि मंदिर अतिप्राचीन है। समय-समय पर धार्मिक आयोजन भी यहंा पर होते रहते हैं।
यह खबर भी पढ़ें : गजकेसरी योग में विराजेंगे श्रीजी, इस दिन से शनिदेव की होगी ऐसी चाल, ऐसे बनने लगेंगे बिगड़े काम

पर्युषण महापर्व के दौरान इन मंदिरों में भगवान का अभिषेक किया जाता है और पूजा-अर्चना के लिए जैन समाज के लोग भारी संख्या में आते हैं। पर्युषण महापर्व के दौरान भक्तगण नियमों का पालन करते है। साथ ही दशलक्षण धर्म की पूजा भी होती है। इस पर्व के दौरान सुबह के समय पूजा प्रवचन व शाम को धामिक्र कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यहां 37 से अधिक मंदिर है जो कि बड़े ही सुुंदर ढंग से बने हुए हैं। यहां कीर्ति स्तंभय मंदिर भी बना हुआ है। पर्यूषण पर्व पर क्षमत्क्षमापना या क्षमावाणी का कार्यक्रम भी होता है।
यह खबर भी पढ़ें : इस पहाड़ पर बने हैं 108 मंदिर,साधना में लीन रहते है मुनि

यह सभी के लिए प्रेरणास्रोत माना जाता है। यह पर्यूषण पर्व के समापन पर आता है। गणेश चतुर्थी या ऋषि पंचमी को संवत्सरी पर्व मनाया जाता है। ऐसा बताया जाता है कि इस दिन लोग उपवास रखते हैं और स्वयं के पापों की आलोचना करते हुए भविष्य में उनसे बचने का संकल्प लेते हैं। इस दिन चौरासी लाख योनियों में विचरण कर रहे समस्त जीवों से क्षमा मांगते हुए यह कहा जाता है कि उनकी किसी से कोई शत्रुता नहीं है। दिगंबर जैन समाज का पर्युषण पर्व २६ अगस्त से शुरू होगा जो कि 27 सितंबर तक मनाएगा। उत्तम क्षमा धर्म से प्रारंभ होकर उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा की जाएगी। साथ ही सामूहिक क्षमावाणी का कार्यक्रम होगा।

Hindi News / Gwalior / क्यों मनाया जाता है संवत्सरी पर्व, क्या है इसका लक्ष्य?

ट्रेंडिंग वीडियो