चश्मदीद गवाह बोला, रॉन्ग साइड आया ट्रक, चालक ने टकराने के बाद ब्रेक नहीं लगाया
तिराहे पर दुकानदारों का कहना है टक्कर से बाइक फिसली बीच में बैठी बच्ची उचट कर दूर गिरी। चालक ने ब्रेक नहीं लगाए बाइक समेत भाई, बहन और मासूम बच्चा ट्रक के अगले हिस्से में उलझ गए। इन्हें ट्रक राॅन्ग साइड करीब 150 फीट घसीट ले गया। ट्रक के पहियों के नीचे आने से तीनों कुचल गए। ट्रक में उलझने से करण सिंह, मालती और मासूम मोहित के शरीर क्षत-विक्षत हो गए। बाइक चकनाचूर हो गई। मोहित का शव मां और मामा से करीब 40 फीट दूर पड़ा था। बहन, भाई की लाश आसपास थी। घटना के बाद चालक ट्रक को लावारिस छोडक़र भाग गया।हाइवे जाम: पुलिस पर लगा पीटने का आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया घटना से आक्रोशित लोगों ने हाइवे जाम कर दिया। ट्रक की तोडफ़ोड़ और उसमें आग लगाने कोशिश की। पुलिस ने रोका तो भीड भड़क गई । जाम में फंसे वाहनों पर पथराव कर दिया। हावी होने का प्रयास किया। उधर मृतक के परिजन राजाराम कुशवाह निवासी चीनोर का आरोप है तीनों लाश हाइवे पर लावारिस पड़ी रही। पुलिस काफी देर से पहुंची। जख्मी बच्ची एकता को भी अनजान लोग इलाज के लिए ले गए। सिरोल टीआई आलोक भदौरिया ने मृतक के परिजन को जाम और तोड़फोड़ का दोषी मानकर धक्कामुक्की की और चांटा मार दिया। उन पर कार्रवाई होना चाहिए।4 घंटे लगा रहा जाम, बोले यह मांगे मानो
मृतकों के परिजन ने करीब 4 घंटे झांसी हाइवे जाम रखा। इससे हाइवे के दोनों तरफ और सिथौली रोड़ पर वाहनों की कतारें लग गईं। वाहनों के बीच टीकमगढ़ से मरीज को इलाज के लिए लाई एंबुलेंस भी फंसी रही। उसे भी जाम लगाने वालों ने रास्ता नहीं दिया। प्रदर्शनकारी इस दौरान प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बात करने को भी राजी नहीं हुए।जाम खत्म करने शर्तों में कहा बच्ची की जिम्मेवारी सरकार ले
- सिकरौदा तिराहे पर हादसे रोकने के लिए गोलंबर बनाया जाए
- तिराहे पर कैमरे लगाए जाएं, ट्रैफिक सिग्नल को चालू किया जाए
- ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगे, डायल 100 वाहन राउंड द क्लॉक रहना चाहिए
- सिरोल थाना टीआई आलोक सिंह भदौरिया और एसआई को सस्पेंड किया जाए
- मृतक के परिजन को शासकीय नौकरी दी जाए।
- हादसे में बच्ची एकता कुशवाह जख्मी हुई है। उसका इलाज फिर इसके बाद पढाई का पूरा खर्चा शासन उठाए। शासन द्वारा प्रदान की जाने सभी योजनाओं का लाभ उसे दिया जाएगा।
30 घंटे में दूसरा हादसा
हाइवे पर 30 घंटे में दूसरा हादसा है। इससे पहले बुधवार- गुरुवार देर रात बामौर (मुरैना) से बेटी की ससुराल में शामिल होने आए नरेश वाल्मीिक उनकी पत्नी ऊषा, बेटाराहुल और भतीजी अंकिता को निरावली बायपास पर ट्रक ने रौंद दिया था। चारों ऑटो में सवार होकर घर लौट रहे थे। ऑटो नरेश का भतीजा अजय चला रहा था उसकी हालत गंभीर है।
शाम को बच्चों से बात, सुबह लाश मिलीं
सिकरौदा तिराहे पर आंखों के सामने पत्नी मालती और मासूम बेटे मोहित की लाश देखकर रवि कुशवाह बेसुध हो गया। बिलखते हुए उसने बताया शाम को मालती से फोन पर बात हुई थी। उसने शुक्रवार शाम तक घर वापस लौटना बताया था। लेकिन रास्ते में मौत ने उसकी खुशियां छीन लीं। उसका परिवार बर्बाद हो गया। अब वह किसके लिए जिंदा रहेगा।ट्रक चालक की तलाश
ट्रक की टक्कर से बाइक सवार भाई, बहन और मासूम भांजे की मौत हुई है। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग गया है। उसे तलाशा जा रहा है।-हिना खान, सीएसपी, विश्वविद्यालय सर्किल