रेलवे सूत्रों की माने तो इसी महीने इस प्लांट को शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने दिल्ली की कंपनी को 25 वर्ष के लिए इसका मेंटेनेंस का ठेका दिया है। रेलवे स्टेशन पर हर महीने बिजली का बिल लगभग 35 लाख का आता है। इसके लगने से रेलवे का बिल भी आधा हो जाएगा। सोलर प्लांट के शुरू होने से रेलवे को लगभग साढ़े 17 लाख का बिल देना पड़ेगा।
हर रोज पांच हजार यूनिट का खर्च
स्टेशन पर रेलवे हर दिन लगभग पांच हजार यूनिट बिजली खर्च करता है। सोलर एनर्जी लगने से ढाई हजार यूनिट बिजली बनकर तैयार होगी। इसके हिसाब से बिजली की खपत घटकर ढाई हजार यूनिट पर आ जाएगी। ढाई हजार यूनिट सोलर प्लांट बनाकर खर्च करेगा।
15 सौ प्लेटें लगाई गईं
सोलर एनर्जी के लिए स्टेशन के चारों प्लेटफॉर्म पर लगभग 1500 प्लेटें लगाई गईं। इसमें प्लेटफॉर्म एक पर सबसे कम लगाई हैं। वहीं प्लेटफॉर्म दो, तीन और चार पर काफी प्लेटें लगकर तैयार हो गई हैं। रेलवे के इंजीनियर काफी समय से इसे जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं।
बिरला नगर में शुरू हुआ सोलर प्लांट
सोलर एनर्जी प्लांट बिरला नगर स्टेशन पर भी अभी बीस दिन पहले ही शुरू किया गया है। यहां पर छोटा सा सोलर प्लांट लगभग 35 किलोवाट का लगाया गया है। यह यहां की बिजली के हिसाब से ठीक है।