क्या रहेगी इसकी खासियत
6-लेन आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर है। इस 88 किमी लंबे हाई-स्पीड कॉरिडोर को 4,613 करोड़ रुपये की कुल पूंजी लागत के साथ बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मोड पर विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा का समय 50% तक कम हो जाएगा और यह मौजूदा 4-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग की यातायात क्षमता को 2 गुना से अधिक बढ़ाने में सहायक होगी। यह कॉरिडोर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों से कनेक्टिविटी को भी बढ़ाएगा।
सीएम मोहन यादव ने पीएम मोदी को किया धन्यवाद
सीएम डॉ मोहन यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को 50,655 करोड़ रुपये के निवेश से 936 किलोमीटर तक फैली 8 राष्ट्रीय हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद। मध्य प्रदेश एक केंद्रीय स्थान पर स्थित राज्य है, इसलिए 6-लेन आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर परियोजना से उसे बहुत अधिक अवसंरचनात्मक और आर्थिक लाभ मिलेगा। इस पहल से रसद दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, भीड़भाड़ कम होगी और पूरे देश में कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
यात्रा में लगेगा कम समय
आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर की लागत 4,613 करोड़ है। यह आगरा और ग्वालियर के बीच की दूरी कम करेगी। इस कॉरिडोर के बनने से अब आप आगरा मात्र 1.50 में पहुंच जाएंगे। इस कॉरिडोर के बनने से एमपी और यूपी के बीच कनेक्टिविटी और सुगम हो जाएगी।