अवधेश से पूछताछ में
ग्वालियर पुलिस (MP Police) को जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक शुक्रवार को संजना अपने प्रेमी नरेंद्र जाटव से मिलने गिरवाई थाने के पीछे सिद्धबाबा की पहाड़ी पर गई थी। संजना के पिता राधाकृष्ण और भाइयों अवधेश और भरत को इसका पता चल गया था। वे तीनों भी सिद्धबाबा की पहाड़ी पर पहुंचे। पिता वहां से संजना को खींचकर ले गए और घर ले जाकर उसकी हत्या कर दी।
इधर पहाड़ी पर उसके दोनों बेटों ने नरेंद्र जाटव को अगवा किया और उसे जबरदस्ती मोटर साइकिल पर बिठाकर रवाना हुए। इन दोनों का इरादा नरेंद्र की हत्या करने का था। नरेंद्र को भी इसका आभास हो रहा था।
इसलिए जब उनकी मोटर साइकिल सिकंदर कंपू के भीड़ भरे बाजार से गुजरी तो नरेंद्र ने शोर मचा दिया। उसकी चीखें सुनकर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने भरत और अवधेश के शिकंजे से छुड़ा कर उसे भगा दिया।
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एमपी पुलिस का कहना है अवधेश बहन के प्रेमी को अगवा करने की हामी भर रहा है। लेकिन अभी तक जांच में कुछ ऐसे तथ्य भी सामने आए हैं जिनसे संजना की हत्या (Sanjana Murder) में दोनों भाई अवधेश और भरत पर भी संदेह हो रहा है। लग रहा है कि बहन की हत्या में दोनों भाई भी शामिल थे। ध्यान हटाने के लिए उन्होंने नरेंद्र को अगवा करने की वारदात की है। आगे पूछताछ में सच्चाई सामने आएगी।
ससुराल जाकर दुबका, भाई फरार
नरेंद्र के भाग जाने के बाद अवधेश घर लौटा। उस समय पिता ने संजना का गला घोंट कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी थी। पकड़े जाने के डर से अवधेश वहां से भागकर बिलौआ में ससुराल गया। वहां रात काटी। दूसरे दिन मामा ससुर के घर शिवपुरी जाकर दुबक गया, जहां उसे पुलिस ने दबोच लिया। भाई भरत कहां दुबका है, इसका उसे नहीं पता। इसी तरह नरेंद्र कहां गया है, पुलिस को इस बारे में भी कुछ जानकारी नहीं मिली है। वह शनिवार रात तक घर नहीं पहुंचा था। उसके सामने आने पर और खुलासा होगा।
शादीशुदा है प्रेमी..
एएसपी गजेन्द्र वर्धमान ने बताया संजना का प्रेमी नरेंद्र जाटव राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) का रहने वाला है और दो बच्चों का पिता है। संजना छह महीने से उसके साथ लिव इन (Live in) में थी। उसे तीन दिन पहले पुलिस ने दस्तयाब कर परिवार को सौंपा था। लेकिन संजना फिर नरेंद्र के साथ जाने की फिराक में थी। इसी मकसद से नरेंद्र ग्वालियर आया था। दोनों के प्लान की भनक परिवार को लग गई। इसलिए यह घटना हुई।