मृगनयनी ने राजा के सामने रखी तीन शर्तें
मृगनयनी का असली नाम निन्नी था। वह तिघरा के पास राई गांव की रहने वाली गुर्जर परिवार से थीं। एक बार राजा मानसिंह जब वहां से गुजरे तो वहां देखा कि दो सांडों की लड़ाई को निन्नी ने आसानी से रोक दिया। यह देख राजा मानसिंह ने उनसे शादी करने की इच्छा उनके परिजनों ने जताई,लेकिन निन्नी ने अपनी तीन शर्तें राजा के सामने रख दीं।
गूजरी महल परंपरागत हिन्दू भवनों की तरह चौरस हैं। जिसके बीच में बड़ा सा चौक और बाग है। यहां के खंभों तथा दीवारों पर नक्शीदार काम किया गया है जो देखते ही मन मोह लेता है। साथ ही यह प्यार का प्रतिक भी है और प्रेम को दर्शता है।
बताया जाता है कि रानी मृगनयनी ग्वालियर से दूर राई गांव की रहने वाली थी। रानी जब ग्वालियर आई तो उन्हे यहां का पानी नहीं भाया,इस पर उन्होंने राजा को बोला की उन्हें अपने गांव से निकलने वाली सांक नदी का पानी चाहिए,तो राजा मानसिंह तोमर ने सांक नदी से गूजरी महल तक पाइप लाइन डलवाई। यह पाइप लाइन आज भी मौजूद है जो रानी के महल में ही है।