scriptखून में थक्के जमने से साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा, 30 सेकेंड से 1 मिनट में काम करना बंद कर देता है हार्ट, जानिए जरुरी बातें | Heart attack cases are on the rise with heart patients | Patrika News
ग्वालियर

खून में थक्के जमने से साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा, 30 सेकेंड से 1 मिनट में काम करना बंद कर देता है हार्ट, जानिए जरुरी बातें

30 सेकंड और एक मिनट में ही हार्ट काम करना बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति रात में नींद में हो तो घातक होता है…..

ग्वालियरSep 05, 2021 / 07:48 pm

Astha Awasthi

photo1630850993.jpeg

Heart attack

ग्वालियर। हृदय रोगियों के साथ हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ग्वालियर अंचल में ही एक डेढ़ साल में इस तरह के मामले तेजी से बढ़े हैं। अब हार्ट अटैक के 20 फीसदी मामले 40 साल तक की आयु वर्ग के हैं। शहर के कॉर्डियोलॉजिस्ट मानते हैं कि इसमें साइलेंट अटैक काफी घातक है, जिसमें कई बार नींद में भी अटैक आ जाता है। हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ने के पीछे जीवनशैली में अनियमितता को जिम्मेदार माना जाता है, लेकिन अब इसमें उम्र का कोई पैमाना नहीं रहा।

हाइपरटेंशन इसका एक कारण था. अब इसके पीछे कोरोना के बाद खून में थक्के (जमना (क्लॉटिंग) सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है। क्लॉटिंग शरीर के अन्य हिस्सों में होने पर इसका इतना खतरा नहीं होता, जितना कि हृदय की धमनियों में क्लॉटिंग होने पर होता है। ऐसा होने पर 30 सेकेंड और एक मिनट में ही हार्ट काम करना बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति रात में नींद में हो तो घातक होता है।

Heart Attack Risks

डॉ. प्रतीक सिंह भदौरिया, हृदय रोग विशेषज्ञ कल्याण हॉस्पिटल का कहना है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में अब खून का थब्बा जमने से हार्ट की समस्या भी बढ़ रही है, जिसमें 25 से 40 वर्ष के युवा इससे ज्यादा पीड़ित हैं। यह फेफड़ों के साथ शरीर में परेशानी कर रहा है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो रही है। ऐसे में शुगर के साथ ब्लड प्रेशर या अन्य बीमारी के लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऐसे मामले एक डेढ़ साल से ज्यादा बढ़े हैं।

डॉक्टरों की सलाह… नियमित चैकअप कराएं, परामर्श लें

डॉ. प्रवीण मंगल हृदय रोग विशेषज्ञ , बिरला अस्पताल का कहना है कि पिछले एक डेढ़ साल से युवाओं में हार्ट अटैक की समस्या काफी बढ़ी है। इसके चलते अब तीस से 35 वर्ष के लोग ज्यादा आ रहे हैं। इसके लिए नियमित चैकअप कराना काफी जरूरी है। -35 वर्ष के अधिक लोगों को ना नियमित चैकअप कराते रहना दय चाहिए। युवा अवस्था में हार्ट अटैक ज्यादा घातक है।

डॉ. रविशंकर डालमिया, हृदय रोग का कहना है कि बिना प्रोपर ट्रेनर के एक्सरसाइज करने से भी इसकी समस्या सामने आ रही है। कई मामलों में देखा गया है कि लोग रात में अटैक या कोई हार्ट से संबंधित समस्या आती है तो सुबह डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। ऐसे में सुबह का इंतजार न करो। तुरंत परेशानी आने पर डॉक्टर को दिखाओ।

Hindi News / Gwalior / खून में थक्के जमने से साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा, 30 सेकेंड से 1 मिनट में काम करना बंद कर देता है हार्ट, जानिए जरुरी बातें

ट्रेंडिंग वीडियो