साल भर में खुलने वाले भगवान कार्तिकेय के इस मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगना शुरू हो गई थीं, जो शाम होने तक काफी लंबी हो गई थी। श्रद्धालुओं ने एक से डेढ़ घंटे तक कतार में खड़े होकर कार्तिकेय स्वामी के दर्शन किए। लोगों को कतार में करने के लिए मंदिर पर पुलिस बल भी मौजूद रहा। श्रद्धालुओं की कतार के चलते इस सडक़ पर दोपहिया और चार पहिया वाहनों का प्रवेश भी रोक दिया गया था।
कार्तिकेय भगवान के इस मंदिर पर सुबह से रात तक कई धार्मिक कार्यक्रम हुए। इनमें भजन-कीर्तन, सुंदरकांड और प्रसाद वितरण प्रमुख थे। मंदिरे पर डेढ़ क्विंटल बेसन के लड्डू का प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर को आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाया गया था, जो रात में काफी आकर्षक लग रहा था। वहीं रात 9 बजे मंदिर के बाहर आतिशबाजी भी चलाई गयी।