इंस्टा पर हजारों फॉलोवर्स, यूट्यूब चैनल भी बनाया
मुझे गाने के साथ ही पेंटिंग और आर्ट एंड क्राफ्ट का भी शौक है। मेरे इंस्टाग्राम पर 10 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। ऑडियंस की डिमांड पर मैंने खुद का यूट्यूब चैनल भी बनाया है, जिसमें पढ़ाई के बीच-बीच समय मिलने पर गाने डालती हूं।
हर्षिता ने बताया मुझे बचपन से गाने का शौक था। मैंने हमेशा लताजी के गाने सुने और गुनगुनाए भी। उनकी और मेरी एक और समानता है। उनका और मेरा बर्थडे (28 सितंबर) एक ही दिन है। शायद इसीलिए लोग मुझे छोटी लताजी कहकर बुलाते हैं। हालांकि मैं तो उनके चरणों की धूल भी नहीं हूं, लेकिन इतना जरूर है कि वह भले ही किसी को न दिखें, लेकिन परफॉर्मेंस के दौरान मेरे साथ होती हैं। मैं लताजी के अलावा रफी साहब, किशोर दा, आशा भोषले के गीत भी गुनगुनाती हूं।
7 साल की उम्र से लेने लगी थी कांपीटिशन में हिस्सा
मैं अभी 12वीं क्लास में हूं। जब मैं 7 साल की थी, तब पापा ने मेरी प्रतिभा को पहचाना और सिंगिंग काम्पीटिशन में पार्टिसिपेट करने को कहा। मेरे पार ढेर सारे सर्टिफिकेट और अवार्ड हैं। मुझे सिंगिंग में ही करियर बनाना है। इसके लिए मुझे संजय धूपर सर ग्रूम कर रहे हैं। पैरेंट्स का मुझे बहुत सपोर्ट है।