शिवपुरी में सोलर प्लांट लगने के बाद यह दूसरी बिजली उत्पादन की इकाई होगी। अभी तक शिवपुरी के मड़ीखेड़ा डैम पर स्थित पावर जनरेशन प्लांट में पानी से बिजली बनती है, जिसमें मौजूद तीन टरबाइन 20-20 मेगावाट यानि कुल 60 मेगावाट बिजली बनाती हैं। जबकि सोलर प्लांट में एक साथ 180 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, जो मड़ीखेड़ा से तीन गुना अधिक होगा।
बिजली उत्पादन होना शुरू हो जाएगा, तो इंजीनियर व तकनीकी स्टाफ तो रहेंगे ही, साथ ही स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। सोलर प्लेटों के बीच मौजूद छोड़ी गई खाली जगह में खरपतवार उगेगी, जिसे लगातार काटने का क्रम स्थानीय लेवर करेगी। सोलर प्लेटों तक सूर्य की रोशनी सीधी आने में व्यवधान नहीं होना चाहिए।
गर्मी में फुल व बरसात में कम होगा उत्पादन
सोलर प्लांट में सूर्य की रोशनी से बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस प्लांट में गर्मी के दिनों में जहां भरपूर बिजली बनेगी, वहीं बरसात के मौसम में उत्पादन कम हो जाएगा, क्योंकि इस दौरान धूप कम और आसमान में बादल अधिक होते हैं। सूत्रों को कहना है, अब यहां गर्मी अधिक पड़ती है, इसलिए बिजली उत्पादन भी पूरा होगा।
ओमकुमार शर्मा प्रोजेक्ट मैनेजर ग्रीनको कंपनी