हर बार की तरह इस बार श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिनों में 18 से 20 सितंबर तक दाताबंदी छोड़ उत्सव किला स्थित गुरुद्वारा पर मनाया जाएगा। यह उत्सव को लेकर अब तक डेढ़ सौ सेवादार अंचल सहित धौलपुर, आगरा एवं झांसी से आ चुके हैं। यह सेवादार उत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। यह सेवादार हर साल उत्सव शुरू होने से ८-१० दिन पहले आते हैं और गुरू साहिब की सेवा में उत्सव समाप्त होने दो से तीन दिन तक व्यवस्थाओं को संभालते हैं। इन सेवादारों द्वारा इन दिनों झाडि़यों की कटाई की जा रही है।
पानी की सप्लाई व्यवस्था को लेकर पानी की टंकियों की सफाई की जा रही है। मक्खी, मच्छर आदि से बचाव के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है। उत्सव के लिए वाहन पार्किंग की सफाई व्यवस्था आदि की जा रही है। उत्सव की व्यवस्थाएं संभलाने के लिए शहर के हर वर्ग हर धर्म के लोग आगे रहेंगे।
अनुशासन रिटायर्ड फौजियों के हाथ
तैयारियों की जानकारी देते हुए बाबा देवेंदर सिंह ने बताया कि दाताबंदी छोड़ उत्सव में अनुशासन बनाए रखने के लिए पचास से अधिक रिटायर्ड फौजी भाग लेंगे। यह पंजाब से आएंगे, ये अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी लेंगे। इसी तरह लंगर परोसने के लिए करीब सौ सेवादारों की टीम तैनात रहेगी, जो आठ-आठ घंटे लंगर को श्रद्धालुओं के बीच वितरित करेंगे, यह सेवादार संदर गुरुद्वारा से आएंगे।
बर्तन साफ करने के लिए 40-50 महिलाओं की टीम को काम सौंपा जाएगा। चालीस से पचास लोग अमृतसर से मिठाई व भोजन व्यवस्था बनाने के लिए आएंगे। 30-40 लोग टै्रफिक व्यवस्था संभालने पर रहेंगे। 25-30 लोग आगंतुकों को लाने और ले जाने के लिए वाहनों पर तैनात किए जाएंगे। 50 लोगों को सफाई व्यवस्था सौंपी जाएगी। पांच वाहन मार्केट से सामान लाने- ले जाने पर तैनात किए जाएंगे। हरेक वाहन पर 5-7 लोगों को तैनात किया जाएगा।