पार्षद दिनेश दीक्षित ने सभापति से कहा कि अमृत योजना के तहत जो कार्य किए जा रहे हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। इसके लिए एक कमेटी बना दी जाए, जिसमें पार्षदों के अलावा रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल हों और 7 दिन में जांच रिपोर्ट पटल पर रखी जाए। इसमें अगर कोई दोषी है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित ने कहा कि शहर के विकास के लिए चर्चा होनी चाहिए और अमृत में जो गड़बडिय़ां हुई हैं, उसकी विधिवत जांच होनी चाहिए।
कमिश्नर जवाब देने से बच रहे हैं
अभियाचित बैठक होने के बावजूद निगम कमिश्नर नहीं आए। उन्होंने परिषद के सचिव को जो पत्र भेजा है, उसमें 19 जुलाई को अवकाश पर रहने की बात कही है। जबकि संभागीय कमिश्नर को जो पत्र उन्होंने भेजा है, उसमें 19 जुलाई की शाम को शहर से बाहर रहने की बात कही है, जो दर्शाता है कि कमिश्नर परिषद में जवाब देने से बच रहे हैं। अगली बैठक में वह नहीं आए तो उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया जाएगा।
दिनेश दीक्षित, भाजपा पार्षद
विकास के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए
परिषद में भाजपा ने जिन बिंदुओं पर बैठक बुलाई थी उन पर चर्चा ही नहीं हुई। सभी पार्षद अपनी अलग बातों को लेकर हंगामा कर रहे थे। इस परिषद का 6 महीने से भी कम समय बचा है, इसलिए शहर विकास के मुद्दों पर सभी को गंभीरता से चर्चा करनी चाहिए।
कृष्णराव दीक्षित, नेता प्रतिपक्ष