अधिकांश यात्री स्टेशन पर लगी प्याऊ से ही पानी भरते हैं, इनकी टंकियों की सफाई करने के बाद यह कब तक बैलेड रहेगी, इसकी तारीख भी संबंधित अधिकारी लिखवाते हैं, लेकिन तिथि निकलने के बाद भी अधिकारी इनकी सफाई नहीं करा रहे हैं। स्थिति यह है कि टंकी के अंदर काई और सफेद पपडिय़ों की परत जमा है, यही पानी नलों से यात्रियों तक पहुंच रहा है।
सबसे अधिक टंकी और सबसे ज्यादा भीड़
प्लेटफॉर्म-1 पर सबसे ज्यादा यात्री आते-जाते हैं, इनके लिए रेलवे ने प्लेटफॉर्म-1 पर ही 9 प्याऊ पर 35 नल लगाए हैं। इन सभी नलों की टंकियों से गंदा पानी आ रहा है, लेकिन यात्रियों को यह पानी पीना मजबूरी बन गया है। यह सभी बड़ी टंकियां रिटायरिंग रूम के आसपास ही लगी हुई हैं।
यह गंभीर है रेलवे स्टेशन पर लगी टंकियों को समय-समय पर साफ किया जाता है। अगर ऐसा है तो यह गंभीर है। इसे दिखवाकर ठीक कराया जाएगा। जितेन्द्र सिंह, सीनियर डीसीएम झांसी