शिवपुरी जिले के बदरवास थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम बूढ़़ाडोंगर से निकले हाइवे के ओवरब्रिज से गैस से भरा हुआ भारत पैट्रोलियम का कैप्सूल टैंकर का अगला हिस्सा नीचे जा गिरा है। जिस कारण क्षेत्र में भगदड़ मच गई। गांव के लोगों को जैसे ही घटना की जानकारी लगी तो वह अपने घरों को छोड़कर भाग निकले। लोगों को लगा कहीं टैंकर में आग लग गई तो जान जोखिम में पड़ जाएगी।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गेल कंपनी के अधिकारी पहुंच गए हैं। टैंकर से गैस के रिसाव को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार कराई गई है। वहीं गेल कंपनी के अधिकारियों ने आसपास के क्षेत्र को खाली करा दिया है। टैंकर गुना शहर के श्रीसाईं कारपोरेशन से भरकर जा रहा था। घटना स्थल पर गुना स्थित गेल कंपनी के सहायक अधिकारी एल के प्रसाद,कदम सिंह मीना फायर प्रभारी, सुनील ठाकुर इंजीनियर, प्रधान धाकड़, अर्जुन किरण,पवन लोधा फायर मेन आदि मौजूद हैं।
नींद का झोंका बन जाता मुसीबत: घायल टैंकर ड्राइवर ने बताया की मेरी अचनाक से नींद लग गई थी, तभी ये हादसा हो गया है।
गनीमत रही टैंकर नहीं गिरा
गनीमत रही थी इस हादसे में कैप्सूल टैंकर पुल से नीचे नहीं गिरा यदि ऐसा होता तो हादसा बहुत बड़ा हो जाता, टैंकर की गैस के कारण आग भी लग सकती थी साथ ही लोगों को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता। हालांकी अभी स्थिती अधिकारियों के अंडर में है। टैंकर को ठण्डा रखने के लिए लगातार पानी की बौझार की जा रही है। गेल कंपनी के इंजीनियर सुनील ठाकुर के मुताबिक घटना करीब रात 2 बजे की है। रात से सुवह तक टेंक की 17 टन गैस का रिसाव हो चुका था। घटना स्थल से करीब आधा किमी दूर ग्राम बूड़ाडोंगर हैं, जहां रहने वाले ग्रामीणों को जब पता चला कि उक्त दुर्घटनाग्रस्त टैंकर सिलेंडर में भरी जाने वाली गैस है, तो दुर्घटना की आशंका से डर गये और कई ग्रामीण घरों से निकलकर खेतों में चले गए। इस बात की पुष्टि गांव में रहने वाले जिला पंचायत सदस्य पप्पू आदिवासी ने की है।