मंदिर का निर्माण जल्द पूरा कराने के लिए अचलेश्वर महादेव न्यास के पदाधिकारी सुदर्शन निर्माण एजेंसी के संचालक जगदीश मित्तल पर दबाव बना रहे हैं। मित्तल ने बीते रोज न्यास को 35 लाख रुपए का बिल थमा दिया है। यह बिल न्यास से स्वीकृत कराने के लिए निर्माण एजेंसी के संचालक द्वारा अध्यक्ष व सचिव से कहा गया है। इस पर अध्यक्ष व सचिव द्वारा निर्माण कार्य जल्द पूरा करने और काम की गति धीमी होने की बात कही गई है। इसी बात पर ठेकेदार और न्यास के पदाधिकारियों में टकराव की स्थिति बन गई, जिस पर उन्होंने काम की समीक्षा करने की बात कही। इसके बाद पत्थरों की नपाई की गई।
एक साल में निर्माण एजेंसी को 1 करोड़ 16 लाख का भुगतान हो चुका है। निर्माण एजेंसी द्वारा अब तक 6.5 हजार घनफीट पत्थर तैयार किया गया है। शेष करीब 15 हजार घन फीट पत्थर खरीदकर तैयार किया जाना है। इस बात पर न्यास के पदाधिकारियों ने ठेकेदार से स्पष्ट कह दिया है कि पहले जितना पैसा दिया गया है, उसका काम पूरा करो।
अब तक निर्माण एजेंसी को एक करोड़ 16 लाख का भुगतान हो चुका है। मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए भुगतान काम के हिसाब से किया जाएगा। इसी संबंध में पत्थरों की नपाई की गई। अब तक 6.5 घन फीट पत्थर तैयार हुआ है।
हरिदास अग्रवाल, अध्यक्ष, अचलेश्वर महादेव न्यास
मंदिर के निर्माण के लिए जनवरी के बाद कोई पैसा नहीं मिला है। जबकि पत्थरों की खरीद और मजदूर व कारीगरों पर खर्च लगातार हो रहा है। 35 लाख का बिल दिया गया है।
जगदीश मित्तल, संचालक, निर्माण एजेंसी