यह देखकर श्रद्धालु हर रोज न्यास के पदाधिकारियों को खरीखोटी सुना रहे हैं। शहर का प्रतिष्ठित अचलेश्वर महादेव मंदिर लोगों की आस्था, विश्वास और श्रद्धा का केन्द्र है। यहां हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होती है। तीज त्योहार या फिर महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मंदिर के निर्माण के लिए अगस्त महीने में गणेश उत्सव के दौरान पहला पत्थर उतारा गया था, इसके बाद कभी मंदिर उतरता है, तो कभी रोक दिया जाता है। ऐसा करते हुए 6 महीने बीत चुके हैं, अब तक मंदिर निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है। दो महीने से अचलेश्वर महादेव तिरपाल के नीचे हैं। श्रद्धालुओं का आक्रोश बढ़ा तो बीते रोज जालियां हटवाकर मंदिर तुड़ाई का काम दिखाकर फिर बंद कर दिया गया है।
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ठेकेदार बेटे की शादी में व्यस्त
अचलेश्वर महादेव मंदिर निर्माण का टेंडर जगदीश मित्तल (मैसर्स सुदर्शन इंजीनियरिंग) को दिया गया है। अब तक ठेकेदार मित्तल को न्यास की ओर से 1 करोड़ 11 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका गया है। यह भुगतान होने के बाद मंदिर तोडऩे के काम की गति धीमी हो गई है। ठेकेदार के बेटे की 10 फरवरी की शादी है, अब वह शादी की तैयारियों में व्यस्त हैं, इस कारण मंदिर निर्माण में देरी होगी। इधर, मार्च माह के पहले सप्ताह में महाशिवरात्रि है।
जल्द होगा निर्माण शुरू
अतिशीघ्र मंदिर की नींव शुभ मुहूर्त में खोदकर निर्माण शुरू होगा। मंदिर की जालियां हटाई जा चुकी हैं। लोगों में निर्माण में देरी को लेकर आक्रोश है, जल्द ही काम शुरू कराया जाएगा।
हरिदास अग्रवाल, अध्यक्ष, श्री अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास
बैठक बुलाएंगे
मंदिर निर्माण में देरी होने से श्रद्धालुओं में रोष है। हर रोज लोग पूछते हैं, नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। जल्द ही न्यास के पदाधिकारी व निर्माण एजेंसी के इंजीनियरों की बैठक बुलाएंगे।
नरेंद्र सिंघल, न्यासी, श्री अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास
जांच के लिए भेजी गई है मिट्टी
मंदिर निर्माण में देरी के कई कारण है। मिट्टी जांच के लिए भेजी गई है, जल्द ही निर्माण शुरू कराया जाएगा।
जगदीश मित्तल, मैसर्स सुदर्शन इंजीनियरिंग