आंगन में फांसी लगाकर दी जान
घटना शहर के हजीरा चौराहे इलाके की है। जहां रहने वाली 32 साल की युवती मनीषा तिवारी ने घर के आंगन में लगे आम के पेड़ से फंदा बांधकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मनीषा की मां जब घर के आंगन में आई तो बेटी को फांसी के फंदे पर झूलते हुए देखा। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद मनीषा के शव को परिजन के सुपुर्द किया गया जिसे चौराहे पर रखकर परिजन ने रोड जाम कर दी। परिजन का आरोप है कि मनीषा ने अपने चाचा जय प्रकाश तिवारी की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी की है। चक्काजाम की खबर लगते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजन को समझाइश देकर जाम को खुलवाया।
बाथरूम की खिड़की से पड़ोसी की बेटी को नहाते देख रहा था बुजुर्ग
प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का आरोप
मनीषा के परिजन ने बताया कि मनीषा के पिता की मौत करीब 22 साल पहले हो चुकी है। घर में उसके अलावा एक बड़ी बहन, मां व एक छोटा भाई है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और छोटा भाई बेरोजगार है जबकि मां गृहणी हैं। मनीषा प्राइवेट नौकरी करती थी और इसी से उसके परिवार का भरण पोषण होता था। परिजन का आरोप है कि हजीरा मार्केट में बीस से ज्यादा दुकानें हैं जिन पर चाचा जय प्रकाश तिवारी ने कब्जा कर लिया है और दुकानों का किराया भी वो हड़प जाता है। इसी बात को लेकर घटना से पहले भी मनीषा का चाचा से विवाद हुआ था। पुलिस ने परिजन के बयानों के आधार पर मामला जांच में ले लिया है।
देखें वीडियो-